शंखनाद INDIA/                                                                                                                                                                                        प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, संवर्धन से किसानों की आय में वृद्धि हो सकती है। किसानों को अपनी भौगोलिक परिस्थितियों के अनुरूप विकल्पों को चुनना होगा। गुरूवार को भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान कौलागढ़ और वन विभाग की ओर से आयेजित किसान कार्यशाला में ये जानकारी दी गई। तीन दिनों तक विभिन्न विषयों पर चलने वाली किसान कार्यशाला का शुभांरम कालसी में किया गया।

इस दौरान संस्थान के कार्यक्रम निदेशक डा. जगमोहन सिंह तोमर ने किसानों की आय में वृद्धि के लिए कृषि वानिकी व मृदा एवं जल संरक्षण से संबंधित जानकारी दी। वन भूमि संरक्षक प्रभाग के डीएफओ एसपी शर्मा, वैज्ञानिक डा. इंदु रावत, संस्थान के ही वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी जेएस देशवाल, यूसी तिवारी आदि मौजूद रहे।

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