शंखनाद_INDIA/उत्तर प्रदेश: गोंडा में एक परिवार ने लड़के को 12 साल तक बंधुवा मजदूर बनाकर रखा। उसके ऊपर कई तरह के जुल्म ढाए। जब उसने घर से भागने की कोशिश की तो उसके पैर जलाकर उसको दिव्यांग बना दिया। दरअसल, युवक के माता पिता की मौत के बाद गांव के ही एक परिवार ने उसको अपने पास रख लिया। कुछ दिनों बाद गांव के एक आदमी ने उसका अपहरण कर उसको अपने रिश्तेदार के घर भेज दिया। जहां उससे घर का सारा काम करवाया गया पर पैसे नहीं दिए गए।
जब उसने घर से भागने की कोशिश की तो आरोपियों ने उसके पैर जलाकर उसको दिव्यांग बना डाला। वह भागकर किसी तरह अपने गांव वापस आया। वह आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करवाने के लिए 15 दिनों से थाने का चक्कर लगा रहा है।
जिले के तरबगंज के सिंगहा चंदा का यह मामला है। जहां का निवासी है बजरंगी जिसके पिता की पहली ही मौत हो गई थी। 5 साल की उम्र में उसकी मां भी गुजर गई जिसके बाद वह अनाथ हो गया। गांव के ही रहने वाले राममूर्ति पाठक ने उसकी मां व घर के अन्य सदस्यों का अंतिम संस्कार व तेरहवीं करवाई। साथ ही बजरंगी को अपने घर में रख लिया।