शंखनाद INDIA/ बागेश्वर : किसने सच ही कहा कि किसी को पढ़ने के लिए कोई बड़ी संस्था या बड़ी जगहों की जरूरत नहीं होती है। होती हैं तो बस केवल एक साहस की। ऐसा ही एक मामला हम आपके साथ साझा करने वाले हैं जो कि उत्तराखंड के बागेश्वर जिले से सामने आ रहा है। जहां पर एक होनहार बेटे ने उत्तराखंड का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया है जी हां , हम बात कर रहे हैं “पवन” की जिन्होंने बागेश्वर मर नीट की परीक्षा में 59 वी रैंक अर्जित करके यह साबित कर दिया कि सफलता पाने के लिए शहरों की बड़ी-बड़ी इमारतें या कहें बड़े-बड़े इंस्टिट्यूट की जरूरत नहीं है सिर्फ हौसला और जनून ही काफी है। हर खबर पर शंखनाद न्यूज़ की नज़र ….

जानते हैं संघर्ष की कहानी….

हम बात कर रहे हैं पवन सिंह बिष्ट कि जिनको नीट परीक्षा में ऑल ओवर 59वीं रैंक प्राप्त हुई है। उनके पिता पदम सिंह बिष्ट एक टैक्सी चालक हैं और टैक्सी चला कर अपने घर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। पवन के पास सुविधाएं सीमित थीं, संसाधन भी सीमित थे, आर्थिक रूप से भी वे बहुत मजबूत नहीं हैं मगर उसके बावजूद भी उनका हौसला नहीं कम हुआ। उन्होंने पूरे भारत में 59 वीं रैंक प्राप्त कर यह साबित कर दिया है कि सफलता पाने का कोई शॉर्टकट नहीं होता और आर्थिक तंगी और सीमित संसाधनों के बीच भी किसी भी तरह का मुकाम हासिल किया जा सकता है। पवन की सफलता पर पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है और पवन के घर पर बधाइयों का तांता लग रखा है।