शंखनाद INDIA /देहरादून : विगत 68 दिनों से बेरोजगार फार्मेसिस्ट एकता विहार धरना स्थल पर आंदोलन चल रहा हैं। इसी क्रम में सोमवार धरना स्थल पर विपक्ष के नेता हरीश रावत पहुंचे। उन्होंने सरकार को चुनौती दी कि यदि सरकार इस बात पर ध्यान नहीं देती तो कल से वह खुद धरना स्थल पर बैठेंगे । जैसे विदित है कि पिछले कई दिनों से कुछ महिलाएं भी बच्चों के साथ धरना स्थल पर बैठी हुई है इस पर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा यदि मुझे पता होता यहां पर माताए अपने बच्चों को लेकर बैठी है तो वो यहां पर नहीं आते । उन्होंने एक छोटे बच्चे की माता को समझाया की भले कितनी भी मजबूरी हो लेकिन बच्चों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ ना करें, क्योंकि बच्चा स्वयं यहां पर नहीं आया है । इन सब से उनका भविष्य भी ख़तरे में आ सकता है । इसलिए बच्चे का भी ख्याल रखें । साथ ही उन्होंने वर्तमान सरकार को अहंकारी और कुचलने वाली मानसिकता की सरकार बताया।
बता दे, सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि इस सरकार में सबसे मुख्य समस्या बेरोजगारी और महंगाई की है। सरकार का रोजगार वर्ष भी 15लाख की तरह झूठ है । हरीश रावत ने धरना स्थल से ही मुख्यमंत्री हरीश धामी से बात की और उनके संज्ञान में यह बात डाली की इतने दिनों से बेरोजगार धरने पर बैठे हैं । परंतु सरकार ने सुध नहीं ली । हरीश रावत ने आश्वासन दिया कि यदि कांग्रेस की सरकार आती है तो आशाओं के लिए मानदेय बढ़ाए जाएंगे । उन्होंने माँगल गीत गाने वाली महिलाओं की पेंशन लगवाने की भी बात की । साथ ही साथ 1904 उपकेन्द्रो पर फ़ारमिस्ट की तैनाती की भी बात की । उन्होंने यह बी बताया की कांग्रेस सरकार के कई कार्य अंतिम दौर पर तैयार कर लिए थे परंतु उन्हें टाइम नहीं मिला । बेरोजगार फार्मासिस्टो बैठे हुए अनुज पुंडीर जी का कहना है कि वह अब धरना प्रदर्शन करते करते थक चुके हैं यहां तक कि उन्होंने हरीश रावत जी से यह भी मांग की कि यदि कांग्रेस की सरकार आती है तो उनके लिए इच्छा मृत्यु का प्रावधान हो।