उत्तराखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज मंगलवार से शुरू हो गया है। पहले दिन सीएम धामी समेत सदन में मौजूद सभी सदस्यों ने पूर्व कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन पर शोक व्यक्त कर श्रद्धांजलि दी। सीएम धामी ने कहा कि चंदन रामदास का जाना हमारे लिए बड़ी क्षति है। उन्होंने हमेशा हमें मजबूती देने का काम किया है। बहुत से काम थे जो वे करना चाहते थे, हम उसे पूरा करेंगे। बगेश्वर की जनता के लिए करने वाले उनके अधूरे कामों को हम आगे बढ़ाएंगे। दो दो बजे के बाद सत्र की कार्यवाही छह सितंबर बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। उधर, सत्र के दूसरे दिन हंगामा होने के आसार हैं। सत्ता पक्ष को सदन के भीतर और बाहर आपदा, अतिक्रमण, लोकायुक्त समेत कई अन्य मुद्दों पर विपक्ष के तीखे तेवरों का सामना करना पड़ सकता है।

अतिथि शिक्षकों ने किया विधानसभा कूच

तदर्थ नियुक्ति की मांग को लेकर अतिथि शिक्षकों ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में विधानसभा कूच किया। कूच के दौरान शिक्षकों को पुलिस ने रिस्पना पुल के पास ही बेरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। अतिथि शिक्षक संघ के सदस्य सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि मांग पूरी न होने तक वे धरने पर ही बैठे रहेंगे।

धरने पर बैठे कांग्रेस विधायक

वहीं, सुबह  सत्र शुरू होने से पहले ही कांग्रेस के विधायक जोशीमठ आपदा को लेकर विधानसभा की सीढ़िया पर धरने पर बैठ गए। कांग्रेस विधायक लोहाघाट खुशहाल सिंह अधिकारी व ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर भी प्रदर्शन में पहुंचे। कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट सुमित ह्रदयेश, विधायक धारचूला हरीश धामी, विधायक मनोज तिवारी, विधायक पिरान कलियर फुरकान अहमद, विधायक ममता राकेश और विधायक जसपुर आदेश सिंह चौहान भी प्रदर्शन में शामिल हुए।