अब देशभर को महंगाई का बड़ा झटका मिलने वाला है। दूध, दही पनीर समेत आटा अनाज भी महंगा हो जाएगा। जीएसटी परिषद ने कुछ खाद्य पदार्थों, अनाज आदि पर कर छूट वापस ले ली है और अब इन पर पांच फीसदी जीएसटी लगेगा। इस फैसले के बाद पैकेट बंद दही, लस्सी और छाछ जैसे दूध उत्पादों के दाम बढ़ने तय हैं। इसके अलावा गेहूं और अन्य अनाज के आटा और गुड़ पर पांच फीसदी जीएसटी लगने से आने वाले समय में पैकेट बंद दूध भी महंगा हो सकता है जो अभी जीएसटी के दायरे से बाहर थे।
देश में महंगाई को लेकर चल रहे विरोध के क्रम में एक कड़ी और जुड़ गई है. अनब्रांडेड प्री-पैकेज्ड और प्री लेबल आटा, दाल, दही, गुड समेत विभिन्न खाद्य उत्पादों पर 18 जुलाई से लगने वाले 5 फीसदी जीएसटी के विरोध में आज देशभर की 7300 कृषि उपज मंडियां, 13,000 दाल मिलें, 9,600 चावल मिलें, 8,000 आटा मिलें और 30 लाख छोटी चक्कियां बंद रखने की घोषणा की गई है. भारतीय उद्योग व्यापार मंडल की कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला किया गया है कि कारोबार बंद में करीब तीन करोड़ खुदरा व्यवसायी भी शामिल होंगे. अगर केंद्र सरकार GST वापस नहीं लेगी तो आंदोलन तेज किया जाएगा
रिसर्च एनालिस्ट अनिरुद्ध जोशी ने अपने शोध नोट में कहा कि दही और लस्सी पर जीएसटी की दर वर्तमान में शून्य है जिसे पांच फीसदी किया गया है। उन्होंने बताया कि अधिकांश डेयरी कंपनियों के लिए दही एक प्रमुख उत्पाद है और उनकी कुल कमाई में दही और लस्सी का योगदान 15 से 25 फीसदी है। इसी तरह आटा और अनाज की बेसन आदि की कीमत बढ़ गई है। वहीं भूसा का दाम बढ़ने पर पहले से ही दूध महंगा था अब जीएसटी के बाद दूध की कीमतें और बढ़ जाएंगी।