प्रदेश में कांग्रेस लगातार महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर सवाल उठा रही है। कांग्रेस का कहना है कि बीते तीन सालों में लगातार महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। बात करें एनसीआरबी के आंकड़ों की तो इनके मुताबिक उत्तराखंड में अन्य पहाड़ी राज्यों के मुकाबले महिलाओं के खिलाफ ज्यादा अत्याचार हो रहे हैं।
महिलाओं के खिलाफ अपराधों के ये हैं आकड़ें
महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2018 में NCRB डेटा में बलात्कार से संबंधित अपराधों की दर 2001 से 2018 तक 11.6 से बढ़कर 19.8 प्रति लाख महिलाओं तक पहुंच गई। उत्तराखंड में यह दर राष्ट्रीय औसत से अधिक थी।
साल 2019 में तेजी से दर्ज की गई बढ़ोतरी
बात करें साल 2019 की आंकड़ों की तो NCRB डेटा के अनुसार, उत्तराखंड में बलात्कार के मामले अन्य हिमालयी राज्यों की तुलना में उच्च थे, हालांकि सटीक संख्या इस वर्ष के लिए उपलब्ध नहीं है।
2001 से 2017 तक बलात्कार के मामलों में 405% की वृद्धि दर्ज की गई, जो गोवा के बाद दूसरी सबसे बड़ी वृद्धि थी। इसके साथ ही NCRB डेटा में बलात्कार से संबंधित अपराधों की दर 2001 से 2018 तक 11.6 से बढ़कर 19.8 प्रति लाख महिलाओं तक पहुंच गई। उत्तराखंड में यह दर राष्ट्रीय औसत से अधिक थी।
2020 और 2021 में दर्ज किए गए इतने मामले
साल 2020 में NCRB के अनुसार उत्तराखंड में बलात्कार के 487 मामले दर्ज किए गए, जो हिमालयी राज्यों में सबसे अधिक थे। जबकि POCSO के तहत 573 मामले दर्ज किए गए। वहीं बात करें साल 2021 की तो इस साल उत्तराखंड में की महिलाओं के खिलाफ कुल 3,430 अपराध दर्ज किए गए। बलात्कार के 487 मामले दर्ज किए गए, जो हिमालयी राज्यों में सबसे अधिक थे। POCSO के तहत 573 मामले दर्ज किए गए, जो इस क्षेत्र में भी सबसे अधिक थे।
साल 2022 में दर्ज किए गए 4,337 अपराध
NCRB की 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड में महिलाओं के खिलाफ कुल 4,337 अपराध दर्ज किए गए, जो 2021 की तुलना में 907 मामले अधिक हैं। बलात्कार के कुल 867 मामले दर्ज किए गए, जो नौ हिमालयी राज्यों (हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा, और दो केंद्र शासित प्रदेश – जम्मू और कश्मीर, लद्दाख) में सबसे अधिक हैं।
साल 2022 में हिमालयी राज्यों में सबसे ज्यादा मामले आए सामने
देश के अन्य राज्यों से तुलना की जाए तो साल 2022 में भारत में कुल 4,45,256 महिलाओं के खिलाफ अपराध दर्ज किए गए, जिनमें 31,516 बलात्कार के मामले थे। राजस्थान (5,399), उत्तर प्रदेश (3,690), और मध्य प्रदेश (3,029) बलात्कार के मामलों में शीर्ष तीन राज्य थे। जबकि उत्तराखंड में 867 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए। जो राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष राज्यों की तुलना में कम हैं, लेकिन हिमालयी राज्यों में सबसे अधिक हैं।