शंखनाद INDIA/विजय उप्रेती/पिथौरागढ़ः आगामी दस जनवरी को होने वाली आबकारी सिपाही व प्रवर्तन सिपाही की लिखित परीक्षा के केंद्र देहरादून व हल्द्वानी बनाए जाने पर सीमांत जिले के बेरोजगार युवाओं में गहरा आक्रोश है। युवाओं ने इसे बेरोजगार के साथ अन्याय बताते हुए परीक्षा केंद्र पिथौरागढ़ जिले में ही बनाए जाने की मांग की है।
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से आगामी दस जनवरी को आबकारी सिपाही व प्रवर्तन सिपाही के 127 पदों पर संयुक्त लिखित परीक्षा आयोजित की जानी है।
गढ़वाल क्षेत्र के अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्र देहरादून व कुमाऊं क्षेत्र के अभ्यर्थियों के लिए हल्द्वानी बनाए गए हैं। जिस पर पिथौरागढ़ जिले के अभ्यर्थियों ने कड़ी नाराजगी प्रकट की है। इस परीक्षा में पिथौरागढ़ जिले से शारीरिक दक्षता परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद लगभग 1500 से अधिक अभ्यर्थी शामिल होने हैं। ऐसे में वर्तमान कोरोना काल में परीक्षा केंद्र अन्यत्र शहरों में बनाने पर सीमांत के बेरोजगारों ने आक्रोश प्रकट किया है। पिथौरागढ़ से हल्द्वानी की दूरी करीब 220 किमी है।
जहां अभ्यर्थियों को वाहन का किराया से लेकर रहने, खाने आदि की व्यवस्था खुद करनी पड़ेगी। जिस कारण अभ्यर्थियों को इस बेरोजगारी में दो से तीन हजार रुपए खर्च करने पड़ेंगे। जिले से परीक्षा में शामिल होने वाले भुवन चंद्र, गोविंद सिंह, अजय सिंह, विजय पंत ने बताया कि बेरोजगारों के हित की बात करने वाली प्रदेश सरकार परीक्षा केंद्र अन्यत्र शहरों में बनाकर बेरोजगारों का उत्पीड़न कर रही है। बेरोजगारों ने कहा कि यदि परीक्षा केंद्रों में बदलाव नहीं किया गया तो वह सड़कों पर उतरने को बाध्य होंगे।