अमरोहा (उत्तर प्रदेश)। जिले के हसनपुर क्षेत्र में शादी के नाम पर ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोप है कि एक मुस्लिम युवती को हिंदू बताकर युवक से शादी कराई गई और कुछ ही दिनों बाद दुल्हन जेवर व नकदी समेटकर फरार हो गई। मामले का खुलासा होने पर पीड़ित परिवार ने शिकायत की, जिसके बाद अदालत के आदेश पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

रहरा थाना क्षेत्र के गांव पौरारा निवासी सोमपाल सिंह ने बताया कि गरीबी के चलते उसके बेटे राजकुमार की शादी नहीं हो पा रही थी। इसी दौरान गांव के मनवीर ने मदद का भरोसा दिया और कहा कि वह बिना दहेज के शादी करा देगा। शादी का खर्च बताकर उसने 70 हजार रुपये ले लिए। पांच जून को राजकुमार की शादी आशा नाम की युवती से कराई गई, जो कथित रूप से अपनी बहन पूजा और बहनोई विनोद (निवासी हिमाऊपुर, संभल) के साथ रह रही थी।

शादी के बाद पता चला कि दुल्हन का असली नाम आशा नहीं, बल्कि शाहीन खातून है, जो बिहार के कटिहार जिले के मिनापुर की रहने वाली है। जब परिवार ने धोखाधड़ी की शिकायत की तो आरोपी मनवीर, पूजा और विनोद 27 जुलाई को घर पहुंचे और सोने-चांदी के आभूषण व 15 हजार रुपये नकद लेकर शाहीन के साथ फरार हो गए। विरोध करने पर पीड़ितों से मारपीट भी की गई।

पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई न होने से उसने अदालत का दरवाजा खटखटाया। अदालत के आदेश पर पुलिस ने विनोद, पूजा, मनवीर और शाहीन खातून के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह एक संगठित गिरोह है जो झूठी शादियों के जरिए ठगी करता है। गैंग पहले मुस्लिम युवती को हिंदू बताकर शादी कराता है और फिर कुछ दिनों में नकदी व जेवर लेकर फरार हो जाता है।