जोशीमठ (Joshimath) में भू.धंसाव (Landslide) से जमीन में कई मीटर गहरी दरारें पड़ गईं। 700 से ज्यादा घरों की दिवारें दरक गई हैं। होटल खाली कराए जा रहे हैं। जिला प्रशासन ने पिछले 3 दिनों में करीब 70 परिवारों को गेस्टहाउस में शिफ्ट किया। गुरुवार को 15 परिवारों को सुरक्षित स्थलों पर ले जाया गया। विशेषज्ञों की टीम ने निरीक्षण शुरू कर दिया है।
ये टीम भू.धंसाव (Landslide) रोकने के लिए दीर्घकालिक और तात्कालिक उपायों के संबंध में अपनी रिपोर्ट सरकार को देगी। सरकार की उपेक्षा से गुस्साए लोगों ने सुबह से कई घंटे चक्का जाम रखा है। पर्यटकों के लिए जोशीमठ-औली (Auli) रोपवे भी बंद कर दिया गया है। गढ़वाल कमिश्नर सुशील कुमार ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों का विस्तृत सर्वेक्षण किया जाएगा और इसके बाद कार्ययोजना बनाई जाएगी, ताकि जोशीमठ (Joshimath) को खतरे से बचाया जा सके।