वन अग्नि सुरक्षा एवं वन पंचायत के अधिकार व कर्तव्य दायित्व के बारे में एक दिवसीय विचार गोष्ठी का आयोजन चिपको नेत्री गौरा देवी पंचायत सभागार भेंटा में संपन्न की गई। इस बैठक में वन पंचायत को अधिकार संपन्न बनाने और वन पंचायत के सदस्यों के अधिकार एवं दायित्व पर विस्तार से चर्चा की गई। इस बैठक का आयोजन जनदेश सामाजिक संगठन एवं एवं नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क जोशीमठ के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। जनदेश के सचिव लक्ष्मण सिंह नेगी के द्वारा वैश्विक स्तर पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के बारे में प्रकाश डाला गया की वर्तमान समय में जिस तरह से जलवायु में बदलाव आ रहा है जिसके कारण लगातार ग्लेशियर पिघल रहे हैं, बाढ़ भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही है, अवर्षण हो रहा है, साथ ही वनों में कई वनस्पतियां एवं पेड़ पौधे भी सूख रहे हैं।
          ट्री लाइन निरंतर आगे की ओर बढ़ रही है यह खतरे की घंटी से कम नहीं है। हिमालय के जिन गांवों में 10 से 15 फीट बर्फ गिरती थी वहां बर्फ गिरना बंद हो गया है। कहा कि निरंतर इसी तरह की स्थिति रही तो हिमालय क्षेत्र के कई गांव में पानी का संकट हो जाएगा। वन अग्नि सुरक्षा के लिए व्यापक जागरूकता की जरूरत है। लोग अपने स्वार्थ के लिए अरबों रूपये की संपत्ति का नुकसान कर रहे हैं। समाज में कुछ ही लोग हैं जो इस तरह का नुकसान प्रकृति के लिए कर रहे हैं और इस नुकसान से सभी लोग प्रभावित हो रहे हैं। गांव में बैठक कर वन अग्नि से होने वाले नुकसान के बारे में जन जागरण की आवश्यकता है। वन्य जीवों के अवैध शिकार को रोकने की आवश्यकता है। कहा कि स्कूल के पाठ्यक्रम में भी वन वनों की आग के बारे में व्यापक जागरूकता के लिए पाठ्यक्रम योजना शुरू की जानी चाहिए जिससे कि लोगों में जन जागृति आये।
              बैठक में वन पंचायत को मजबूती के लिए काम करने के बारे में टिप्स दिए गए जनदेश संस्था के वरिष्ठ सदस्य रघुवीर सिंह चौहान ने कहा कि वन पंचायत में निरंतर बैठक किया जाना आवश्यक है। बैठक में वन पंचायत के सचिवों को उपस्थित रहने से वन पंचायत का दस्तावेजीकरण मजबूत होगा आज के समय दस्तावेजीकरण किया जाना अति आवश्यक है। वन पंचायत की अपनी वार्षिक कार्य योजना बनाई जाए और उसे उच्च अधिकारों तक पहुंचाया जाए
                 वन पंचायत में वैकल्पिक आय वृद्धि के कार्यक्रमों को जोड़ने की आवश्यकता है सरकार के द्वारा औषधिय पौधों उत्पादन के लिए भी वन पंचायत में बढ़ावा दिया जा रहा है जिससे वन पंचायत मजबूत हो सकती है। इस अवसर पर वन पंचायत सरपंच गुडवीर सिंह चौहान ने कहा कि हम लोगों ने वन पंचायत के कोष वृद्धि के लिए निरंतर प्रयास किया है और हरे पेड़ों को काटने से रोकने का प्रयास लोगों से करते रहे हैं वन अग्नि सुरक्षा के लिए भी सरकार के द्वारा सहायता की जाती रही है उसके बाद भी लोग जंगलों में आग लगाते हैं जो चिंता का विषय है।