पौड़ी,रिखणीखाल
रिखणीखाल,नैनीडान्डा,जयहरीखाल,पोखडा,बीरोखाल विकास खंड के विभिन्न सुदूरवर्ती गाँवों के नवयुवक,युवतियाँ ,पुरुष रोजगार की पूर्ति के लिए दिल्ली व आसपास के शहरों में अपनी छोटी सी कुटिया झुग्गी बनाकर व किराये के आशियानों में रहते हैं।
रिखणीखाल प्रखंड की एक सामाजिक संस्था दिल्ली में कार्यरत प्रवासी लोगों ने स्थापित की है जिसका नाम ” रिखणीखाल जन चेतना समिति” रखा है।इसके अध्यक्ष पूर्व सैन्य अधिकारी विक्रम सिंह रावत ग्राम बराई धूरा के है।वे समय समय पर दिल्ली की चमचमाती सड़कों,मैट्रो का सुहावना सफर,ऊँची ऊँची भव्य इमारतें,आधुनिक बाजारों की साज सज्जा व रौनक,संचार सुविधा को भुलाकर अपने मूल व पैतृक गांवों को याद करते हुए अपने लोकप्रिय सांसद तीरथ सिंह रावत को अपने क्षेत्र की समस्याओं से बराबर पाती लिखकर सुझाव व निवेदन करते रहते हैं।इसी कड़ी में वे दो पत्र दिनांक 02/06/2022 व 21/07/2022 को ई मेल व व्हाटसप के माध्यम से भेज चुके हैं।
विक्रम सिंह रावत लिखते हैं कि भारतीय रेल सेवा सन 1892 में ब्रिटिश हुकूमत में कोटद्वार पहुंच गयी थी जो कि उस समय की रेल सेवाओं में से एक थी।सन 1901 में सवारी यात्रियों को मुहैया करा दी गई थी।ब्रिटिश काल के समय को छोड़कर आजाद भारत के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी पहाड़ी क्षेत्रों के लिए इस रेल लाइन का विस्तारीकरण की ओर किसी भी सरकार का ध्यान केंद्रित नहीं हुआ।
इस रेल लाइन के विस्तारीकरण से पौडी जिले के कयी विकास खंडों नैनीडान्डा,रिखणीखाल,पोखडा,जयहरीखाल तथा बीरोखाल आदि क्षेत्रों के लोगों को यातायात,कृषि उपज को बाजार तक ले जाने,लाने,छोटे उद्योग स्थापित करने,स्वरोजगार अपनाने,पलायन रोकने आदि में सार्थक सिद्ध होगा,तथा भारत की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी की नीति “सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास सबका प्रयास” की नीति सार्थक,फलीभूत व चरितार्थ सिद्ध होगी।
हम अपने लोकप्रिय,ओजस्वी,तेजतर्रार,कुशल नेतृत्व,बहुआयामी वाले माननीय सांसदों से इस मांग को संसद के पटल पर उजागर कर क्षेत्र के एक उदाहरण व नजीर बनेंगे।ये आवश्यक मांग वर्तमान पिछड़े क्षेत्र की है,जो कोटद्वार से बीरोखाल वाया सिद्धखाल रेल लाइन का विस्तारीकरण हो। ये नयी पीढ़ी की अति आवश्यक मांग होगी ताकि पलायन पर भी लगाम लग सके।