पौड़ी गढ़वाल/ रिखणीखाल
रिखणीखाल प्रखंड के ग्राम दलमोटा निवासी सतीश चन्द्र ध्यानी ने जानकारी दी है कि उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड भी बन गया है,लेकिन सन 1980-81 में निर्मित रिखणीखाल- छानीखाल सड़क निर्माण का भूमि अधिग्रहण का भूमि प्रतिकर आलोच्य तिथि तक भुगतान नहीं हो सका।ये दिलचस्प कार्य कुशल प्रणाली प्रान्तीय खंड लोक निर्माण विभाग,लैंसडौन व राजस्व विभाग की है।इस भूमि पर सैकडों फलदार पेड़,गेंहू की फसल आदि होती थी।
सतीश चन्द्र ध्यानी उस समय मात्र 22-23 वर्ष के थे,आज उनकी उम्र 64 वर्ष पार कर अध्यापक कार्य से सेवानिवृत्त भी हो गये हैं।इसमें ज्यादा घालमेल करने में रुचि राजस्व विभाग ने दिखायी।जब ये मामला चल रहा था उसी समय सन 1983 में उनके पिता का स्वर्गवास हो गया था,उनके मरणोपरांत मौका पाकर पटवारी व अमीन की सांठगांठ व जालसाजी शुरू हो गयी।
सतीश चन्द्र ध्यानी आजतक लोक निर्माण विभाग व राजस्व विभाग के चक्कर काटकर थक व ऊब गये हैं,जब कि वे मधुमेह की बीमारी से ग्रसित होकर उम्र के आख़िरी पड़ाव पर हैं।
क्या दोनों विभाग अभी भी इस प्रकरण पर आवश्यक व अग्रिम कार्रवाई करेगें या फिर चक्कर काटकर ऐसे ही उम्र पूरी हो जायेगी।