अरुणाचल प्रदेश को अपना पहला ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट मिल गया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने शनिवार को पहले ग्रीनफील्ड डोनी पोलो ( Donyi polo Airport ) एयरपोर्ट का उद्घाटन किया. यह एयरपोर्ट ईंटानगर से 25 किमी की दूरी पर है. इस एयरपोर्ट से क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन विकसित होगा. इसके साथ ही पूर्वोत्तर भारत में एयरपोर्ट का कुल आंकड़ा 16 हो गया है.

2019 में PM मोदी ने रखी थी नींव

जानकारी के लिए बता दें कि साल 2019 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ही इस एयरपोर्ट की नींव रखी थी. यह अरुणाचल प्रदेश का चौथा आपरेशनल एयरपोर्ट है और 2014 से अब तक 7 एयरपोर्ट विकसित किए जा चुके हैं.

नाम में है अरुणाचल की संस्कृति

बता दें कि अरुणाचल का अर्थ ही ‘उगते सूर्य का प्रदेश’ है. PMO( प्रधानमंत्री कार्यालय) ने जानकारी देते हुए बताया था कि एयरपोर्ट के नाम में ही अरुणाचल प्रदेश की वसीयत और संस्कृति की झलक दिखाई पड़ती है. दरअसल, डोनी का अर्थ ‘सूर्य’ और पोलो का मतलब ‘चंद्रमा’ है.

एयरपोर्ट की कुछ खास बातें

  • अरुणाचल प्रदेश में पासीघाट और तेजु के बाद यह तीसरा आपरेशनल एयरपोर्ट होगा.
  • पूर्वोत्तर भारत में यह पहला ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है.
  • 690 एकड़ से अधिक क्षेत्र में 640 करोड़ रुपये की लागत के साथ यह एयरपोर्ट विकसित किया गया है.
  • सरकार के बयान के अनुसार, यहां 2300 मीटर लंबा रनवे है, जो किसी भी मौसम में उड़ानों का संचालन करने में सक्षम हैं.
  • यहां से बोइंग 747 जैसे बड़े एयरक्राफ्ट का संचालन आराम से किया जा सकेगा.
  • एयरपोर्ट टर्मिनल आधुनिक बिल्डिंग है. यह संसाधनों की रिसाइकलिंग और रिन्यूएबल एनर्जी को प्रमोट करती है.
  • होलोगोंगी टर्मिनल का निर्माण करीब 955 करोड़ रुपये की लागत के साथ 4,100 वर्ग मीटर में हुआ है.
  • राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने पहले ही डोनी पोलो एयरपोर्ट पर ‘द ग्रेट हार्नबिल गेट’ को वास्तुशिल्प का चमत्कार करार दिया था.
  • द ग्रेट हार्नबिल गेट डोनी पोलो एयरपोर्ट पर पर्यटकों का स्वागत करता है. इसकी डिजाइनिंग पूर्वी सियांग जिले के वास्तुकार अरोटी पनयांग ने किया है.

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बताते चलें कि इस नए एयरपोर्ट के साथ पूर्वोत्तर भारत के सभी आठ राज्यों की राजधानी में अब एयरपोर्ट होगा. इससे पहले ईंटानगर के लोगों को उड़ान के लिए डिब्रूगढ़ या गुवाहटी के लिए 6 से 10 घंटे तक का सफर करना पड़ता था.