शंखनाद INDIA/उत्तराखंड,नैनीताल:पूर्व सीएम हरीश रावत ने प्रदेश की धामी सरकार को आपदा राहत में पूरी तरह से विफल बताया है। साथ ही चेतावनी दी है अगर पांच दिन के भीतर आपदा पीड़ितों को मुआवजा नहीं मिला तो वे उपवास पर बैठेंगे। पूर्व सीएम हरीश रावत शुक्रवार को आपदा के बाद हुए नुकसान का जायजा लेने बाजपुर पहुंचे थे। उन्होंने झारखंडी गांव में मृतक किसान रामदत्त भट्ट के परिजनों से मुलाकात की।
इसके बाद गांव हजीरा, झारखंडी, रणपुरी आदि का भी निरीक्षण किया। यहां पत्रकारों से बातचीत में रावत ने कहा कि इस आपदा में सबसे बड़ी लापरवाही प्रदेश सरकार की रही है। आपदा की जानकारी होने के बाद भी प्रदेश सरकार ने लोगों को राहत पहुंचाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये। बिना लोगों को जानकारी दिए प्रशासन ने नदी नालों में भारी मात्रा में पानी छोड़ दिया। इससे लोगों के घर बर्बाद हो गए और कई अब तक लोगों की मौतें हो चुकी हैं।
उन्होंने कहा सरकार को भविष्य में नदी नालों के किनारे खतरे वाले जगहों पर रहने वाले परिवारों के लिए बचाव की व्यवस्था करनी चाहिए। सरकार को युद्धस्तर पर आपदा प्रबंधन में जुटना चाहिए। उन्होंने कहा फिलहाल कांग्रेस ऐसा कुछ नहीं करना चाहती, जिससे सरकार का ध्यान आपदा राहत से हटे लेकिन यदि सरकार ने अगले पांच दिन में प्रभावितों को राहत नहीं दी तो कांग्रेस गूंगी नहीं है, जो चुप बैठेगी।