शंखनाद INDIA/ देहरादून। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रदेश कांग्रेस चुनाव अभियान समिति अध्यक्ष हरीश रावत को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को केदारनाथ धाम में दर्शन से रोकना नागवार गुजरा है। उन्होंने कहा कि इसे ऐसा नहीं होना चाहिए। बाबा केदार सभी को क्षमा करते हैं। साथ ही कहा कि भाजपा सरकार अहंकार के कारण देवस्थानम बोर्ड को भंग नहीं कर रही है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर यह कार्य किया जाएगा।
बता दे, मीडिया से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ गुस्सा स्वाभाविक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दौरे से पहले बोर्ड को भंग किया जाना चाहिए। सरकार के इस कदम के विरोध में जनता सबक सिखाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने कांग्रेस में सेंधमारी की तो इसका करारा जवाब दिया जाएगा।