Delhi : देश की रक्षा के दौरान लिए अपने प्राणों का बलिदान देने वाले शहीदों की याद में राजधानी दिल्ली में बनाए गए राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर अब नियमित रूप से स्कूली बैंडों की धुनें भी सुनाई देंगी। इसके लिए रक्षा और शिक्षा मंत्रालय ने एक संयुक्त निर्णय लिया है। 22 फरवरी से स्मारक पर स्कूली बैंड की पहली प्रस्तुति होगी। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा इस नर्णिय की अनुपालना के लिए केंद्रीय माध्यमिक शक्षिा बोर्ड को निर्देश् जारी करते हुए कहा गया है कि वह शिक्षा मंत्रालय और दिल्ली सरकार से विचार विमर्श कर स्कूली बैंडों की एक अनुसूची तैयार करे। जिससे यह बैंड नियमित आवर्तन के आधार पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर प्रस्तुति दे सकें।
Delhi : राष्ट्रीय युद्ध स्मारक को देश को समर्पित
यहां बजाई जाने वाली किसी भी धुन के स्थान, थीम और धुनों आदि का चयन राष्ट्रीय युद्ध स्मारक निदेशालय, मुख्यालय आईडीएस से विचार-विमर्श करने के बाद स्मारक की महत्ता को ध्यान में रखकर किया जाएगा। गौरतलब है कि 25 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक को देश को समर्पित किया था। लेकिन अब इसकी स्थापना के तीसरी वर्षगांठ के मौके पर सैन्य के अलावा स्कूली बैंडों की धुनें भी सुनने को मिलेंगी। शिक्षा मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के शक्षिा विभाग को भी अपने स्कूलों के एक बैंड को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में धुन बजाने के लिए चयन करने के लिए कहा गया है। यह उनके नियमित कार्यक्रमों का एक भाग होगा। सीबीएसई रक्षा मंत्रालय और सभी स्कूलों के साथ समन्वय स्थापित करेगी।
Delhi : राष्ट्रवाद की भावना बढ़ेगी
राष्ट्रवाद की भावना बढ़ेगी केंद्र की इस पहल का उद्देश्य स्कूली बच्चों में देशभक्ति, कर्तव्य के प्रति समर्पण, साहस और बलिदान की भावना को बढ़ावा देना है। साथ ही देश के लोगों खासकर युवाओं की भागीदारी को बढ़ाना है। ताकि वह प्रतिष्ठित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक से जुड़े हुए विभन्नि पहलुओं का अनुभव कर सकें। इस कदम को वीरगाथा परियोजना के विस्तार के रूप में भी देखा जा सकता है। जिसे रक्षा और शिक्षा मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाता है। यह कार्यक्रम स्कूली बच्चों में युद्ध नायकों के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। साथ ही उक्त कार्यक्रमों के जरिए व्यापक अवसर प्रदान करता है। जिससे उनमें राष्ट्रीयता की भावना का विकास होता है।
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