Delhi : राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भयावह होती वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए केजरीवाल सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बड़ा फैसला लिया है, जिसकी जानकारी उन्होंने खुद प्रेसवार्ता कर दी है।
दरअसल, दिल्ली सरकार ने प्रदूषित होते वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए ऑड-ईवन नंबर की व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है। ऑड ईवन की व्यवस्था 13 से लेकर 20 नवंबर तक प्रभावी रहेगी।
सनद रहे कि प्रदूषित आबोहवा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली में ग्रैप का चौथा चरण लागू कर दिया गया है, जिसके अंतर्गत कई गतिविधियों पर विराम लगा दिया गया है।
Delhi : क्या है ऑड-ईवन नंबर
बता दें कि दिल्ली में वायु प्रदूषण को बढ़ाने में सर्वाधिक योगदान सड़कों पर चलने वाले वाहनों का है, जिसे ध्यान में रखते हुए अब ऑड-ईवन व्यवस्था लागू की गई है। ध्यान दें, ऑड-ईवन के तहत ऑड तारीख के दिन ऑड नंबर की गाड़ी और ईवन नंबर की तारीख के दिन ईवन नंबर की गाड़ी चलाने की व्यवस्था होती है।
दिल्ली सरकार का मानना है कि इस व्यवस्था से प्रदूषण कम होगा। ध्यान दें, इस स्कीम को लेकर पक्ष-विपक्ष में कई दलीलें दीं जा चुकी हैं। वहीं, अब केजरीवाल सरकार ने ऑड -ईवन की व्यवस्था फिर लागू करने का फैसला किया, तो बीजेपी की ओर से इसका विरोध किया गया।
बता दें कि दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार पिछले 9 सालों में प्रदूषण पर रोक लगाने में नाकाम रही, तो अब इस तरह की व्यवस्था को लागू करके दिल्ली के लोगों को परेशान करने की कोशिश कर रही है। सचदेवा ने कहा कि सरकार के इस फैसले से सर्वाधिक मध्यमवर्गीय लोग परेशान होंगे।
Delhi : स्कूल भी हुए बंद
ध्यान दें, दिल्ली में वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए आज सीएम केजरीवाल की अध्य़क्षता में बैठक हुई, जिसमें पहली से लेकर पांचवीं तक के बच्चों के स्कूल बंद करने का फैसला किया गया है। फिलहाल, 11वीं और 12वीं के विधार्धियों को ही स्कूल जाना होगा।
बता दें कि बाकी कक्षाओं के विधार्थियों के लिए स्कूल खोलने का फैसला आगामी दिनों में आबोहवा को ध्यान में रखते हुए लिया जाएगा। अगर प्रदूषण कम हुआ तो स्कूल खोलने पर विचार किया जाएगा।
Delhi : दिल्ली में लागू है ग्रेप का चौथा चरण
इसके साथ ही बीते दिनों दिल्ली में ग्रैप का चौथा चरण लागू कर दिया गया है। बता दें कि इससे पहले ग्रैप का तीसरा चरण लागू किया गया था। वहीं, ग्रैप के चौथे चरण के तहत सभी निर्माणाधीन गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है।
इसके अलावा बाहरी राज्यों से आने वाले डीजल चालित गाड़ियों के दिल्ली की सरजमीं पर प्रवेश करने पर रोक लगा दी गई है। उधर, इस पूरे मुद्दे को लेकर बीजेपी और कांग्रेस में जुबानी जंग अपने चरम पर पहुंच चुकी है।
दोनों ही दल एक-दूसरे पर दोषारोपण कर रहे हैं, लेकिन मौजूदा सच्चाई यह है कि इस विकराल प्रदूषण ने दिल्ली के लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। अब ऐसे में आगामी दिनों में केजरीवाल सरकार की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
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