शंखनाद INDIA/ देहरादून

उत्तराखंड में कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है मामले तेजी से बढ़ते जा रहे है। रोजाना सैकड़ों मरीज सामने आ रहे है। इस बीच खबर है, कि जूना अखाड़े के 200 साधुओं का बीते दिन कोरोना टेस्ट हुआ था। जिसकी रिपोर्ट आज आने की संभावना है। वहीं, आनंद अखांड़े ने भी 17 अप्रैल से अपनी तरफ से कुंभ खत्म होनी की बात कही है। बताया जा रहा हैं कि 16 अप्रैल को सभी अखाड़े आपस में इस विषय पर बातचीत कर सकते है। हालंकि, अभी अखाड़ों की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत आज शाम 5 बजे कोरोना संक्रमण पर,  अब तक की स्थिति की समीक्षा बैठक करेंगे। बैठक में वर्तमान हालात पर मंथन करते हुए आगे की रणनीति तय की जाएगी। बीते कुछ दिनों में संक्रमण के आकड़ो में तेजी से इजाफा हुआ है। इसको देखते हुए सरकार गंभीर है। लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए, अब सरकार सख्ती की तैयारी में है। इसके लिए ज्यादा संक्रमण वाले जिलों में धारा 144 जैसे कदम उठाए जा सकते है। साथ ही आयोजनों को और सीमित करने पर भी विचार चल रहा है।

राज्य में कोरोना संक्रमण खासी तेजी से बढ़ रहा है। खासकर राजधानी देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल संक्रमण की चपेट में है। इन जिलों में स्थिति नहीं सुधरी तो अन्य जिलों पर भी संक्रमण का प्रभाव पडे़गा। कोरोना वायरस से संक्रमित हुए महामंडलेश्वर की मौत हो गई है। इसके बाद प्रशासन में हडकंप मच गया है। जानकारी के मुताबिक, निर्वाणी अखाड़ा, चित्रकूट के महामंडलेश्वर कपिल देव का देहरादून के एक निजी हाॅस्पिटल में 3 दिन से कोविड- 19 का इलाज चल रहा था। उनके फेफड़ों में कोविड का संक्रमण बढ़ जाने की वजह से उनकी मौत हो गई। महाकुंभ से अब तक 20 से अधिक संत और 5 दिन के अंदर 1700 लोगों की जांच रिपोर्ट कोविड पाॅजिटिव आई । अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी भी कोविड-19 संक्रमित है। उनका एम्स ऋषिकेश में इलाज चल रहा है।