शंखनाद INDIA/ चौखुटिया /अल्मोड़ा/ हेम कांडपाल/
चौखुटिया की रुचिका नेगी डांस प्लस 6 के लिए चयनित
ग्राम पंचायत धनस्यारी निवासी रूचिका नेगी (11) का चयन देश के नंबर वन डांस शो डांस प्लस के लिए हो गया है। पांच राउंड के बाद वे टीवी शो तक पहुंची हैं कुल चयनित नौ लोगों में आठ महाराष्ट्र के हैं जबकि रूचिका अकेले उत्तराखंड से हैं। उनके चयन से परिवार में खुशी का माहौल है।
डांस में विशेष रूचि रखने वाली ग्राम पंचायत धनस्यारी निवासी रूचिका पांच राउंड क्लियर करने के बाद टीवी शो के अपने मुकाम तक पहुंची हैं। स्टार पल्स पर प्रसारित होने वाले इस शो के लिए चयनित होने के लिए रूचिका ने कड़ी मेहनत की है। रूचिका के चयन की जानकारी मुंबई से उनके पिता संजय नेगी ने दी है।
बेटी के सपनो के खातिर गांव छोड़ मुंबई पहुंच गए पिता संजय नेगी
बेटी रूचिका को उनकी रूचि के अनुसार डांस की दुनियां के शिखर पर पहुंचाने के लिए पिता संजय नेगी ने एक तरह से अपना सारा सुख चैन समर्पित कर दिया है। भारी आर्थिक तंगी के बावजूद उन्होंने बेटी के खातिर अपनी दुकान बंद कर दो साल पहले परिवार सहित मुंबई को कूच किया। वे वहां पर डिलेवरी ब्वाय की मामूली नौकरी करके किसी तरह जीविकोपार्जन कर रहे हैं। इस प्रतियोगिता के अंतिम चरण में बेटी को गौरेगांव भेजने के लिए भी उन्हें किसी परिचित से कर्ज लेना पड़ा है।
संजय नेगी प्रतिभाशाली डांसर बेटी के खातिर सबकुछ दांव पर लगा दिया है। कहा जाता है पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं। महज पांच साल की उम्र से ही स्थनीय कार्यक्रमों में सबका ध्यान खींचने वाली नन्ही रूचिका ने ग्यारह साल की उम्र में देश के जाने माने डांस शो डांस प्लस में चयनित होकर अपने परिवार के सपनों को पूरा करने की दिशा में एक बड़ी मंजिल हासिल की है।
बेटी के खातिर पिता संजय नेगी दो साल पहले गांव की दुकान बंद कर पत्नी व अपने तीन बच्चों के साथ मुंबई चले गए। वहां पहुंचकर उन्होंने सबसे पहले जीविकोपार्जन के लिए डिलीवरी ब्वॉय की नौकरी शुरू की फिर एक डांस प्रशिक्षण ग्रुप में बेटी का दाखिला कराया।
संजय बताते हैं कि रूचिका अपने साथियों के साथ दिन रात डांस की मेहनत करती है। छोटी बच्ची होने के बावजूद उसे परिवार की आर्थिक स्थिति व हालातों का भी आभास है। यूट्यूब में उसका रूचिका द डांसिंग स्टर चैनल भी है। जिसमें उसके तमाम डांस शो देखे जा सकते हैं।
संजय बताते हैं कि उनके परिवार में पत्नी व रूचिका सहित दो बेटियां व एक बेटा है। भारी आर्थिक तंगी के बावजूद वे बेटी के सपने को साकार करने के लिए मुंबई चले आए हैं।