चंपावत (Champawat) के सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल श्यामलाताल (Shyamalatal) की बदहाल स्थिति लंबे समय से विकास की राह देख रही है। कुछ कानूनी अड़चनों के चलते लंबे समय से श्यामलाताल अपनी अलौकिक सुंदरता के बावजूद अपने पर्यटन स्थलों की दुर्दशा से जूझ रहा है जिसके चलते श्यामलाताल में आने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी कमी आई है। वहीं स्थानीय लोगों के अनुसार (Shyamalatal) श्यामलाताल सरकार की उपेक्षा के चलते अब जुएबाजी और शराबियों का अड्डा बन चुका है। लोगों की (Tourism) पर्यटन से होने वाली आमदनी में भी गिरावट आई है लेकिन अब जल्द ही यह स्थिति बदलने वाली है। दरअसल जिला प्रशासन अब पर्यटन स्थल के विकास में आने वाली विभागीय कानूनी बाधाओं का निवारण कर श्यामलाताल में पर्यटन के विकास के लिए आवश्यक प्लानिंग करने में जुट गया है।
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पूर्व में कुमाऊं (Kumaun) मंडल विकास निगम द्वारा बनाए गए (Tourist) पर्यटक आवासों की दयनीय स्थिति में भी जल्द ही सुधार होने जा रहा है। ज्ञात हो कि बीते वर्षो में कई बार श्यामलाताल में पर्यटन के सुधार के लिए स्थानीय लोगो और समाजसेवी द्वारा प्रशासन से गुहार लगाई गई। श्यामलाताल (Shyamalatal) में बने पर्यटन आवासों और झील (Lake) की खस्ताहाल हालत को सुधारने और अन्य सुविधाओं के विकास के लिए आवश्यक प्लानिंग तैयार की जा रही है। आने वाले समय में श्यामलाताल में भी अन्य पर्यटन स्थलों की तर्ज पर विकास कार्य किए जाएंगे।