शंखनाद INDIA/ देहरादून

उत्तराखंड में आगामी चैत्र पूर्णिमा शाही स्नान को इस बार शांतिपूर्वक मनाने  का फैसला लिया गया है| दरअसल लगातार बढ़ा रहे कोरोना मामलों को देखते हुए इस बार चैत्र पूर्णिमा शाही स्नान पर्व को साधु–संतों की सीमित संख्या के साथ संपन्न कराया जाएगा| इसा बार शाही स्नान के दौरान आम जनों को सम्मिलित नहीं किया जाएगा। इस फैसले को लेकर मेला प्रशासन और विभिन्न अखाड़ों के बीच सर्व सम्मति बन चुकी है| मेलाधिकारी दीपक रावत और आईजी मेला सजंय गुंज्याल ने तमाम अखाड़ों के पदाधिकारियों से इस बारे में विचार-विमर्श किया और इसी के बाद यह फैसला लिया गया। आगामी चैत्र पूर्णिमा शाही स्नान हरिद्वार कुंभ मेला 2021 का अंतिम शाही स्नान होगा जिसे सीमित संख्या के साथ संपन्न कराया जाएगा।

अखाड़ों के पदाधिकारियों ने भी मेला अधिकारी को आश्वस्त किया है कि आगामी चैत्र पूर्णिमा के शाही स्नान के दौरान उत्तराखंड सरकार की गाइडलाइंस का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। शाही जुलूस में अखाड़ों के साधु-संत सीमित संख्या में स्नान के लिए आयेंगे, वाहन भी सीमित संख्या में प्रयोग किये जायेंगे और शाही स्नान के दौरान आम जनों को सम्मिलित नहीं किया जाएगा। इसके अलावा स्नान के लिए जो समय सारिणी मेला पुलिस-प्रशासन तय करेगा उसका पूर्ण रूप से पालन किया जाएगा।

बता दें कि पिछले दिनों महाकुंभ में हुए शाही स्नान के दौरान कोरोना के मामले बहुत तेजी से बढ़े थे| जिसके बाद कोरोना के हालातों को काबू करना सरकार के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहा| महाकुंभ में हजारों की संख्या  कोरोना संक्रमित पाए गए हैं| कुछ साधु-संतों की तो कोरोना के कारण मौत भी हो चुकी है जिसको लेकर इस बार आगामी शाही स्नान के लिए मेला प्रशासन पहले से सतर्कता बरत रहा है जिससे एक बार फिर कुंभ के शाही स्नान में भयावह स्थिति न बन पाए|