दिल्ली पुलिस अपराध शाखा ने रोहिणी कोर्टरूम शूटआउट मामले की जांच शुरू कर दी है। कल रोहिणी कोर्टरूम में हुए इस शूटआउट में गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी व दो अन्य मारे गए थे।

शुक्रवार को हुई इस घटना के बाद से रोहिणी में जिला अदालत के बाहर पुलिस तैनात की गई है।

दिल्ली के चेयरमैन राकेश शेरावत की बार काउंसिल, अन्य अधिकारियों के साथ दिल्ली पुलिस मुख्यालय में दिल्ली के अदालत परिसर में सुरक्षा पर चर्चा समीक्षा करने के लिए पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना से मिलने के लिए पहुंची है।

गोगी को अदालत के कोर्टरूम के बीच दिन दहाड़े वकीलों की ड्रेस पहने हुए टिल्लू गिरोह से दो हमलावरों द्वारा गोली मार दी गई थी। यह घटना अदालत के अंदर हुई थी जहां उसके खिलाफ मामले की सुनवाई चल रही थी।

दो हमलावरों को बाद में पुलिस ने गोली मारी। हालांकि, इस घटना से अदालत में अफरा-तफरी खौफ का माहौल पैदा हो गया। इस घटना में एक महिला वकील फायरिंग में घायल हो गई थी।

दर्जनों मामलों में आरोपी होने के अलावा, अन्य राज्यों में हत्या, अपहरण धोखाधड़ी सहित, गोगी दिल्ली पुलिस की सबसे वांछित सूची में शामिल था। उसका गिरोह अवैध हथियार, कारजैकिंग जबरन जमीन हथियाने में शामिल था। एक वकिल ने कहा की गैंगस्टर गोगी के मामले में सुनवाई से पहले ही फायरिंग शुरू हुई, न्यायाधीश गगीदीप सिंह अदालत के अंदर बैठे थे। उन्होंने कहा कि यह घटना दिल दहला देने वाली थी।

एक चश्मदीद ने बताया, पुलिस हमलावरों के बीच कम से कम 30-35 राउंड फायरिंग हुई।

सूत्रों के मुताबिक, हमलावर टिल्लू ताजपुरिया गैंग से था दिल्ली पुलिस के विशेष सेल के पास ऐसी घटना की संभावना के बारे में इनपुट था।