शंखनाद INDIA/नैनीताल,उत्तराखंड:पहाड़ो में अब सुरक्षित नाम का शब्द नहीं रहा है। पर्वतीय इलाकों में नरभक्षी गुलदारों का आतंक कम नहीं हो रहा, फिर चाहे वो जंगल में घास काटने गई महिलाएं हों या फिर घरों के बाहर खेलते हुए बच्चे, कोई भी सुरक्षित नहीं है।

नैनीताल-हल्द्वानी हाइवे पर चोपड़ा गांव में 2 साल के मासूम बच्चे को अपना शिकार बनाने वाला गुलदार 24 घंटे के भीतर ही वन विभाग के कब्जे में आ गया है। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट ने गुलदार को पकड़ने के लिए मृतक बच्चे के घर के करीब तीन पिंजरे लगा रखे थे। शनिवार शाम तकरीबन 8 बजे एक गुलदार पिंजरे में कैद हो गया। इस गुलदार के पकड़े जाने से ग्रामीण राहत महसूस कर रहे हैं।

नरभक्षी गुलदार का पकड़ा जाना फॉरेस्ट टीम की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है। दरअसल गुलदार के हमले की ताजा घटना नैनीताल  से सामने आ रही थी। जहाँ ज्योलीकोट के पास चोपड़ा ग्राम सभा के मटियाली बैंड के पास बीते शुक्रवार देर शाम उनके बच्चे चार वर्षीय पीयूष व दो वर्षीय राघव आंगन में खेल रहे थे। इसी बीच राघव अचानक गायब हो गया |

ग्रामीणों की सूचना के बाद वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे, वन विभाग, पुलिस तथा ग्रामीणों ने बच्चे की तलाश में रात एक बजे तक सर्च अभियान चलाया, लेकिन घनी झाड़ियों में उसका कोई सुराग नहीं लग सका जिसके बाद अगली सुबह शनिवार को  एक बार फिर सर्च अभियान शुरू किया गया  जिसके बाद बच्चे का शव घर से करीब एक-डेढ़ किलोमीटर दूर मिला। वहीँ हादसे के बाद से ही बच्चे के परिजनों के बीच में कोहराम मचा हुआ है और उसके माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है।