शंखनाद INDIA/उत्तराखंड: विधानसभा चुनाव में अब कुछ ही समय बाकी है। इस वक्त बीजेपी का पूरा ध्यान चुनाव अभियान पर होना चाहिए था, लेकिन पार्टी के भीतर चल रही अशांति थमने का नाम ही नहीं ले रहा। कभी हरक सिंह रावत नाराज हो जाते हैं तो कभी सतपाल महाराज। आपको बता दें कि बीजेपी सरकार में खुद को हमेशा हैरान, परेशान पाने वाले और नाराज रहने वाले कैबिनेट मिनिस्टर सतपाल महाराज फिर कोपभवन में हैं।
बताया जा रहा है कि उनकी नाराजगी सीधे सीएम से है। कहा तो कुछ ये भी जा रहा है कि सतपाल महाराज पीडब्ल्यूडी मंत्रालय छोड़ने का मन बना चुके हैं। मंत्री की ये नाराजगी पीडब्ल्यूडी सचिव को लेकर है। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार पीडब्ल्यूडी सचिव महाराज की जरा भी नहीं सुनते। अपनी मर्जी से ही फैसले लेते हैं।
यही नहीं विभागीय अधिकारियों के तबादले में भी मंत्री की सलाह नहीं ली जाती। पता चला है कि सतपाल महाराज ने इसे लेकर सीएम के सामने नाराजगी व्यक्त की थी। उन्होंने सीएम से गुजारिश की थी कि वे पीडब्ल्यूडी सचिव को हटा दें, लेकिन सीएम ने महाराज की बात नहीं मानी। बस इसी बात पर महाराज मुंह फुलाए बैठे हैं। अपना मंत्रालय छोड़ने की धमकी दे रहे हैं।
वैसे सतपाल महाराज की नाराजगी की खबरें नई नहीं हैं। कुछ महीने पहले जब वरिष्ठ नेताओं को साइडलाइन कर सिर्फ दो बार के विधायक पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री बनाया गया था, तब भी सतपाल महाराज बुरी तरह बिफर गए थे। उन्होंने अपनी नाराजगी खुलकर जाहिर की थी। इस बार महाराज पीडब्ल्यूडी सचिव को लेकर गुस्साए हुए हैं। महाराज की नाराजगी के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।