शंखनाद INDIA/ रुद्रप्रयाग संवाददाता {आरती पांडेय } : उत्तराखंड में बारिश का कहर थमने का नाम नही ले रहा है। बारिश का रौद्र रूप भारी बारिश के कारण द्वितीय केदार यानी विश्व विख्यात मद्महेश्वर धाम में भी देखने को मिला। यहां बारिश का पानी और मलबा मंदिर प्रांगण सहित आसपास के क्षेत्र में भर गया है। जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। मंदिर में रह रहे लोग इधर-उधर सुरक्षित स्थानों पर भाग गये हैं। धाम में लगातार बारिश हो रही है। ऊपरी पहाड़ी में जल मोड़ नाली का निर्माण ना होने से नदी नाले उफान पर आ गए है। जिससे दहशत का माहौल बना हुआ है। हर खबर पर शंखनाद न्यूज़ की नज़र ….

बता दे, मद्महेश्वर धाम के बुग्यालों से बारिश का पानी सीधे मंदिर की ओर आ रहा है। बारिश से बुग्याली क्षेत्र में पानी का सैलाब मलबे के साथ मंदिर परिसर में घुस गया। इस दौरान मंदिर के पुजारी व वेदपाठी मंदिर के अंदर ही थे। जिस कारण जंगल का मलबा और पानी मंदिर में घुस गया है। भारी बारिश से मंदिर में सन्नाटा पसरा हुआ है। पुजारी शिव लिंग ने बताया कि मंदिर परिसर में स्थापित गौरी-शंकर की मूर्ति दो फीट तक डूब गई है। बूढ़ा मद्महेश्वर की पहाड़ियों पर जलमोड़ नाली का निर्माण नहीं होने से हल्की बारिश में भी पानी मंदिर परिसर तक पहुंच रहा है। ऐसे में धाम की सुरक्षा को लेकर जल मोड़ नाली का निर्माण किये जाने की मांग की जा रही है।