Big Breaking : उत्तराखंड विधानसभा में बैकडोर हुई भर्तियां अब राजनेताओं के लिए जी का जंजाल बनती जा रही है. मामले में बड़े-बड़े राजनेता अब आम जनता के निशाने पर हैं . वही अपने चहेतों को नियुक्ति देने के आरोप में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल की मुश्किलें भी बढ़ गई है .प्रेमचंद्र अग्रवाल को लेकर विरोध इस कदर बढ़ रहा है कि ना सिर्फ सोशल मीडिया पर इसका असर देखने को मिल रहा है बल्कि अब मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के घर के पास ही लोग धरने पर बैठ गए हैं .
वही मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से प्रेमचंद्र अग्रवाल के कैंप कार्यालय और आवास की ओर जाने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेडिंग लगा दी गई है और सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पुलिस प्रशासन की किलेबंदी को दरकिनार करते हुए उत्तराखंड जन विकास पार्टी के नेता कनक धनाई अपने कुछ समर्थकों के साथ कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल के आवास के पास धरने पर बैठ गए इसके बाद पुलिस ने कनक धनाई को जबरन धरने से उठाया और हिरासत में लिया .
कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल को लेकर हो रहा ये भर्ती घोटाले में हुई ये धांधती लोगों को किस कदर नागाव गुजरी है . मंत्री के आवास के बाहर हो रहे धरने बयान कर रहे हैं कि आम लोगों में मंत्री के प्रति कितना रोश है .
आपको बता दें विधानसभा में बैक डोर हुई भर्तियों के बाद मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल का एक बयान सामने आया था जिसमें उन्होंने कहा था कि विधानसभा में ऐसे नियुक्तियां पहली बार नहीं हुई है ऐसा काफी पहले से होता रहा है और नियुक्तियां टेम्परिरी बेसेस पर की गई है. विधानसभा में बैकडोर हुई भर्तियों को लेकर लोगों में पहले से काफी उबाल था लेकिन जब मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का बयान सामने आया तो लोग और फूट पड़े और सोशल मीडिया पर प्रेमचंद के खिलाफ कई तरह की चीजें कही गई कि मंत्री अपने शहीदों की नौकरियां दिलवाने में लगे हुए है ।
लेकिन इन सभी आरोपों का खंडन करते हुए मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने की कहा था कि मेरे खिलाफ कुछ लोग षड्यंत्र रच रहे हैं मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल ने कहा था कि उनके खिलाफ कुछ लोग षड्यंत्र रच कर उनपर बेबुनियाद आरोप लगाने का काम कर रहे हैं .लेकिन इन आरोपों का कोई आधार नहीं है .