चिकित्सक और आयुर्वेदाचार्य सदा अच्छी पाचन क्रिया और स्वस्थ्य जीवन के लिए अंकुरित मूंग की दाल की सलाह देते हैं। मूंग की दाल का भारतीय उपमहाद्वीप के अतिरिक्त चीन में बहुत अधिक महत्व है। चीन के समाज को भारत से गए बौद्ध धर्म प्रचारक गुरुओं ने मूंग के बारे में बहुत कुछ सिखाया। अतः चीन ,के अलावा जापान एवं दक्षिण पूर्व के देशों में भी मूंग के महत्व को ऊँचा स्थान प्राप्त है। मूंग की दाल का सेवन आप सब ने किसी न किसी रूप में ज़रूर किया होगा। मूंग की दाल की कई रेसपी जैसे मूंग की दाल, मूंग सैंडविच, अंकुरित मूंग की दाल सलाद, मूंग दाल की खिचड़ी, मूंग दाल की बरिया, मूंग दाल का लड्डू और सबसे स्पेशल रेसपी मूंग दाल का हलवा आदि व्यंजनों को आप सब ने ज़रूर टेस्ट किया होगा। मूंग की दाल का उपयोग केवल व्यंजन बनाने के लिए नहीं बल्कि वज़न घटाने के लिए भी लोग इसका उपयोग करते है क्योंकि अंकुरित मूंग की दाल के सेवन से शरीर में कुल 30 कैलोरी और 1 ग्राम फ़ैट ही पहुंचता है। अंकुरित मूंग दाल में कई पोषक तत्व जैसे मैग्नीशियम, कॉपर, फ़ोलेट, राइबोफ्लेविन, विटामिन, विटामिन सी, विटामिन बी, फ़ाइबर, पौटेशिय, कैल्शियम, फ़ास्फ़ोरस, मैग्नीशियम, आयरन, विटामिन बी -6, नियासिन, थायमिन और प्रोटीन आदि मौजूद होते है इसलिए इसका सेवन स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बेहद लाभकारी है।
फ़ायदेमंद अंकुरित मूंग की दाल :
पोषक तत्वों से परिपूर्ण:-
पोषक तत्वों से परिपूर्ण संतुलित आहार और उचित पोषक तत्वों को पाने के लिए नियमित अंकुरित मूंग की दाल का सेवन अवश्य करें क्योंकि यह शरीर में आवश्यक तत्वों की कमी हो पूरा कर शरीर को हृष्ट पुष्ट बनाती है। मूंग दाल की अंकुरण की अवस्था में बीजों में विटामिन सी, आयरन तथा फ़ास्फ़ोरस की मात्रा कई गुना बढ़ जाती है। इतना ही नहीं अंकुरण के बाद विभिन्न दालों में पाया जाने वाला स्टार्च, ग्लूकोज़ में तथा फ्राक्टोज़, माल्टोज़ में बदल जाता है। इससे इनका स्वाद तो बढ़ता ही है साथ ही वे सुपाच्य भी हो जाती हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं:-
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने व बीमारियों से लड़ने के लिए नियमित मूंग की दाल का सेवन करें। यह शरीर को ताक़त प्रदान करती हैं। इसमें मौजूद एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ़्लामेट्री गुण शरीर की इम्यूनिटी पॉवर को बढ़ाते हैं।
कब्ज़ में राहत:-
कब्ज़ में राहत प्रदान करें अंकुरित मूंग की दाल में फ़ाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। जो पाचन क्रिया को ठीक कर कब्ज़ से छुटकारा दिलाती है।
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करें:-
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करें अंकुरित मूंग की दाल में मौजूद पेप्टिसाइड बीपी को संतुलित और शरीर को फ़िट रखती है जिससे आप हेल्दी और एक्टिव बने रहते है।
आयरन का अच्छा स्रोत:-
आयरन का अच्छा स्रोत मूंग की दाल आयरन का एक अच्छा स्रोत है। एनीमिया के रोग से बचने के लिए व आयरन की कमी को दूर करने के लिए मूंग की दाल का भरपूर सेवन करें।
वज़न घटाने में मददगार:-
वज़न घटाने में मददगार अगर आप मोटापे से परेशान है और वज़न घटाना चाहते है तो अंकुरित मूंग की दाल का सेवन करें क्योंकि ये न सिर्फ़ आपकी कैलोरी घटाती है बल्कि आपको लंबे समय तक भूख भी नहीं लगने देती। इसलिए रात के खाने में आप चपाती के साथ एक कटोरी मूंग दाल खाएं जिससे आपको भरपूर पोषण भी मिलेगा।
मूंग दाल के लाभ :
कब्ज़:-
अगर आपको कब्ज़ हो जाएँ तो मूंग की दाल की खिचड़ी खाएं क्योंकि मूंग दाल की खिचड़ी खाने से कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। 2. किसी भी बीमारी के बाद शरीर बहुत कमज़ोर हो जाता है।तो इस कमजोर शरीर को हृष्ट पुष्ट बनाने के लिए नियमित मूंग की दाल का सेवन करें।
दाद, खाज-खुजली:-
अगर आप दाद, खाज-खुजली की समस्या से परेशान है तो मूंग की दाल को छिलके के साथ पीस कर पेस्ट बना लें और इस पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगा लें इससे बेहद आराम मिलेगा।
त्वचा एवं बाल :-
अंकुरित मूंग की दाल आपकी त्वचा से लेकर आपके बालों को निखारने में मदद करती हैं। अगर आप बाल झड़ने की समस्या से परेशान हैं तो आप अंकुरित दाल की एक कटोरी रोज़ सुबह नाश्ते में लें। ऐसा करने से आपके बालों को सही पोषण मिलेगा।
तो आज से ही अंकुरित मूंग की दाल का नियमित सेवन करें और रक्त अल्पता, हडि्डयों की बीमारियां, मानसिक तनाव, कब्ज़, अनिद्रा, बवासीर, मोटापा तथा पेट के कई अन्य रोगों से छुटकारा पाएं।
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