Dehradun: देहरादून में अंकिता भंडारी की मां ने एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी विधायक रेनू बिष्ट और बीजेपी के अजय कुमार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि रेनू बिष्ट ने वनंत्रा रिजॉर्ट में स्थित अंकिता का कमरा तुड़वाया और हत्या के साक्ष्य मिटाए।
अंकिता भंडारी की मां ने प्रेस कांफ्रेंस में बीजेपी विधायक रेनू बिष्ट और बीजेपी के अजय कुमार को बचाए जाने को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने बताया किअंकिता भंडारी हत्या कांड के तीनों आरोपी जेल में बंद हैं और कोटद्वार कोर्ट में केस सजा की ओर अग्रसर है।
प्रेस कांफ्रेंस के आरोप: प्रेस कॉन्फ्रेंस में यमकेश्वर की विधायक रेनू बिष्ट पर वनंत्रा रिजॉर्ट में स्थित अंकिता का कमरा तुड़वाये जाने और हत्या के साक्ष्य मिटाने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि एसआईटी की चार्जशीट में उन्हें 89 नंबर का गवाह बनाया गया था। कोटद्वार कोर्ट में केस समाप्ति की ओर बढ़ रहा है, लेकिन रेनू बिष्ट को न तो एसआईटी के गवाह के रूप में तलब किया गया और न ही जेसीपी ऑपरेटर दीपक ने गवाही दी कि रेनू बिष्ट ने विशेष निर्देश देकर अंकिता का कमरा तुड़वाया। अंकिता की मां ने चिंता व्यक्त की कि कहीं रेनू बिष्ट इस आरोप से बच न जाएं।
सरकार पर दबाव का आरोप: उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार एसआईटी पर दबाव बना रही है और रेनू बिष्ट को बचाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पूरे केस में एक वीआईपी शामिल है और अंकिता के व्हाट्सएप में भी इसके संकेत मिले हैं।
जांच की मांग: अंकिता की मां ने मांग की कि रेनू बिष्ट, अजय कुमार, पुलकित आर्य, सौरभ भास्कर, अंकित गुप्ता, बिनोद आर्य के व्हाट्सएप की जांच की जाए ताकि यह पता चल सके कि अजय कुमार वह वीआईपी हैं या नहीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि सुप्रीम कोर्ट इस विषय में संज्ञान लेगा और अंकिता के हत्यारोपियों को सजा मिलेगी और अंकिता को न्याय मिलेगा।
अंकिता भंडारी हत्याकांड
अंकिता भंडारी हत्याकांड ने उत्तराखंड में गहरा प्रभाव डाला है। 18 सितंबर 2022 को वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी की हत्या कर दी गई थी। मुख्य आरोपी रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित गुप्ता और सौरभ भाष्कर हैं, जो फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। एसआईटी ने 100 गवाह बनाए है।
अंकिता ने अपने दोस्त को व्हाट्सएप चैट में बताया था कि रिजॉर्ट में अनैतिक गतिविधियाँ होती हैं और पुलकित आर्य ने उस पर बुरी नजर रखी थी। 18 सितंबर की रात पुलकित और उसके साथियों ने अंकिता की हत्या कर उसकी लाश चीला नहर में फेंक दी। 24 सितंबर को अंकिता का शव बरामद हुआ और पोस्टमार्टम में हत्या की पुष्टि हुई।
इस घटना के बाद उत्तराखंड में उग्र प्रदर्शन हुए और लोग न्याय की मांग कर रहे हैं। फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही अंतिम फैसला सुनाया जाएगा।
#AnkitaBhandari #JusticeForAnkita #UttarakhandCase #FightForJustice
#RememberingAnkit #WomenSafety #StopViolenceAgainstWomen
#JusticeForVictims