देहरादून:
बेरोजगार प्रशिक्षित फार्मेसिस्ट महासंघ (एलोपैथी) ने स्वास्थ्य मंत्री पर बेरोजगारों के हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। बेरोजगार फार्मेसिस्ट ने इस संवर्ग के ढांचे के पुनर्गठन संबंधी शासनादेश को तत्काल वापस लेने की मांग की है। ऐसा न होने की स्थिति में महासंघ ने 24 दिसंबर को प्रदेश भर में काला दिवस मनाने की चेतावनी दी है।
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नर्सिंग भर्ती में देरी को लेकर आक्रोशित नर्सिंग बेरोजगारों ने नर्सिंग फांडेशन के बैनर तले शुक्रवार को स्वासथ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के आवास की ओर कूच किया। उन्हें यमुना कॉलोनी में बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया गया है। जिस पर बेरोजगार वहीं पर धरना देकर बैठ गए हैं।सुराज सेवा दल, जनक्रांति विकास मोर्चा, भाकियू उत्तराखंड के कार्यकर्ता भी कूच में शामिल हो रहे हैं। नर्सिंग फाउंडेशन के अध्यक्ष बबलू, सुराज दल के अध्यक्ष रमेश जोशी ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में लगातार स्टाफ नर्स की कमी हो रही है, 12 दिसंबर 2020 को 2621 पदों पर नियुक्ति का शासनादेश होने के बाद भी भर्तियां पूरी नहीं हो पाई है।
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जिससे उनको समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दिनों भी आंदोलन किया गया था, लेकिन समाधान नहीं हो सका है। दून अस्पताल के निक्कू वार्ड में कई स्टाफ के कार्य बहिष्कार पर चले जाने की वजह से नवजात के इलाज में समस्या उठानी पड़ी। हालांकि एमएस डा. केसी पंत की ओर से उनसे आंदोलन में शामिल न होने का अनुरोध किया गया था। वहीं अन्य वार्डों से वहां स्टाफ भेजा जा रहा है।