रूद्रप्रयाग बस हादसे के बाद प्रशासन एक्शन में नजर आ रहा है। घोलतीर बस दुर्घटना की जांच के लिए जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने उच्चस्तरीय जांच कमेटी बनाई हैं। इसके साथ ही अब जिले के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों का निरीक्षण भी किया जाएगा।
रूद्रप्रयाग बस हादसे में दूसरे दिन भी जारी रहा रेस्क्यू अभियान
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर घोलतीर के समीप गुरुवार को हुई दुखद बस दुर्घटना में लापता लोगों की खोजबीन शुक्रवार को भी जारी रही। जिलाधिकारी प्रतीक जैन की सीधी निगरानी में सर्च ऑपरेशन का संचालन किया जा रहा है। इस अभियान में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ और जल पुलिस की 6 टीमें विभिन्न स्थानों पर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। रेस्क्यू अभियान को तेज करते हुए प्रशासन द्वारा राफ्टों के माध्यम से 15 किलोमीटर तक का क्षेत्र कवर किया जा रहा है। इसके साथ ही सोनार तकनीक का भी प्रयोग किया जा रहा है, ताकि गहराई रेस्क्यू टीमों को खोजबीन में मदद मिल सके।
जिलाधिकारी ने घटनास्थल जाकर किया निरीक्षण
जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने शुक्रवार सुबह खुद घटनास्थल का निरीक्षण कर राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों और टीमों से विस्तृत जानकारी ली और हर स्तर पर प्रभावी तालमेल बनाए रखने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि राहत और बचाव कार्यों में आधुनिक तकनीकों की मदद ली जा रही है और प्रशासन पूरी गंभीरता के साथ कार्य कर रहा है ताकि किसी भी पीड़ित परिवार को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
जिले के सभी राष्ट्रीय राजमार्गों का होगा निरीक्षण
जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए प्रशासन गंभीर एवं सजग है। उन्होंने उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक विशेष समिति गठित की है। जिसमें एआरटीओ, पुलिस, लोक निर्माण विभाग और एनएच के अधिकारी शामिल होंगे। ये समिति राष्ट्रीय राजमार्गों के सभी संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण कर सड़क सुरक्षा से जुड़े सभी पहलुओं की गहन समीक्षा करेगी। इसके साथ ही छोटे से छोटे दुर्घटना संभावित जोन को चिन्हित कर वहां साइनेज, पैराफिट्स और सुरक्षा अवसंरचनाओं की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।