Delhi : हाल ही में मानसून की वापसी के बाद दिल्ली के लोग कुछ दिनों से उमस और गर्मी का सामना कर रहे थे। इससे पूरी तरह से राहत मिली नहीं की, दिल्ली वालों की चिंता जानलेवा प्रदूषण ने बढ़ा दी है।
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है। रविवार को दिल्ली का औसत वायु प्रदूषण स्तर खराब श्रेणी में पहुंच गया। वहीं दिल्ली के कुछ इलाकों में तो प्रदूषण का लेवल अभी से क्रिटिकल कंडीशन तक पहुंच गया है।
नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक दिल्ली में रविवार को औसत वायु प्रदूषण का लेवल 245 है, जिसे खराब माना जाता है। शनिवार सुबह लगभग 8 बजे के करीब दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 260 पर था, जो ‘खराब’ श्रेणी में था। जबकि राष्ट्रीय राजधानी में तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस था।
साफ है के ठंड की शुरुआत से पहले प्रदूषण ने सबको सकते में डाल दिया है। भारत मौसम विभाग के मुताबिक आसमान बादल छाए रहेंगे। बूंदाबांदी और हल्की बारिश की भी संभावना है। अधिकतम तापमान 35 डिग्री और न्यूनतम तापमा 22 डिग्री सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान है।
Delhi : इन इलाकों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक
नेशनल एयर क्वालिटी इंडेक्स के मुताबिक दिल्ली में वायु प्रदूषण का औसत स्तर खराब स्थिति में पहुंच गया है। वहीं, दिल्ली के मुंडका एक्यूआई 411, आनंद विहार एक्यूआई 343, वजीरपुर में एक्यूआई 318, एनएसआईटी द्वारका में एक्यूआई 317 यानी चिंताजनक हालात तक पहुंच गया है। जबकि रोहिणी में एक्यूआई 277, बुरारी में एक्यूआई 275 यानी बहुत खराब है।
बुरारी और ओखला फेज टू में एक्यूआई 236, सोनिया विहार एक्यूआई 231, अलीपुर में एक्यूआई 224, डीटीयू में एक्यूआई 215, द्वारका सेक्टर 8 में एक्यूआई 261, आईटीओ 204 खराब स्थिति है. लोधी रोड में एक्यूआई 142 यानि संतोषजनक है।
Delhi : ग्रीन वार रूम एक्टिव
हर साल ठंड के आने से पहले दिल्ली प्रदूषण से लोगों का सांस लेना भी दूभर हो जाता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार का ग्रीन वार रूम पहले से ही एक्टिव मोड में हैं।
दिल्ली ग्रैप सिस्टम पर 10 अक्टूबर से लागू है। वहीं 15 प्वाइंट विंटर एक्शन प्लान पर भी कई टीमे गठित कर उस पर दिल्ली सरकार ने सख्ती के अमल के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं।
Delhi : केंद्र का GRAP पर सख्ती से अमल का निर्देश
पाल्यूशन के स्तर को देखते हुए शनिवार को केंद्र ने दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की। केंद्र सरकार प्रतिकूल मौसम की स्थिति अक्सर प्रदूषण के स्तर को बढ़ा देती है। बैठक में प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पीके मिश्रा ने सर्दियों के मौसम में क्षेत्र में प्रतिकूल वायु गुणवत्ता के मुद्दे से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की।
बैठक के दौरान पीके मिश्रा ने ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के कार्यान्वयन, इसकी निगरानी और इसके कार्यान्वयन में सुधार के उपायों पर भी चर्चा की। उन्होंने शहर में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए जीआरएपी पर सख्ती के अमल के निर्देश दिए।
बैठक में वायु प्रदूषण के विभिन्न स्रोतों जैसे औद्योगिक प्रदूषण, वाहन प्रदूषण, निर्माण और विध्वंस (सी एंड डी) गतिविधियों से धूल, सड़कों से धूल, नगरपालिका ठोस अपशिष्ट (एमएसडब्ल्यू) जलाने, बायोमास और विविध अपशिष्ट के प्रभाव को कम करने के लिए जरूरी उपायों पर भी चर्चा की।
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