उत्तराखंड में इस मानसून सीजन बारिश कहर बरपा रही है। लगातार हो रही बारिश के कारण पहाड़ों पर भूस्खलन होने से भारी नुकसान हो रहा है। उत्तरकाशी में एक बार फिर से खतरे की घंटी बज रही है। यहां मलबा आने के कारण यमुना नदी में झील बनने से एक बार फिर टेंशन बढ़ गई है।
मलबा आने से यमुना नदी में बनी झील
उत्तरकाशी इस बार प्रकृति की मार झेल रहा है। अभी तक धराली और हर्षिल में लोग आपदा की मार से पूरी तरह ऊबर
भी नहीं पाए हैं कि एक बार फिर से खतरे की घंटी बज गई है। भारी मात्रा में मलबा आने के कारण यमुना नदी में झील बन गई है। जिस कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।
स्यानाचट्टी में बनी झील को खोलने में जुटा प्रशासन
यमुना वेली के स्यानाचट्टी में मलबा आने से बनी झील की जानकारी के बाद से ही प्रशान मौके पर मौजूद है। झील को जल्द से जल्द खोलने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, स्वास्थ्य, राजस्व, पुलिस,खाद्य आपूर्ति और पीडबल्यूडी की टीमों सहित सभी एजेंसियां जुट गई हैं।
जिलाधिकारी प्रशांत आर्य और यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल ने स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी प्रशांत आर्य का कहना है कि स्थानीय लोगों को घबराने की आवश्यकता नहीं है। प्रशासन द्वारा सभी लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जा रहा है। इसके साथ ही अन्य सुरक्षात्मक उपाय भी किए जा रहे हैं।