शंखनाद INDIA/ देहरादून/काशीपुर। ईपीएस 95 पेंशनर्स के लिये राष्ट्रीय स्तर पर संघर्ष कर रहे संगठन एनएसी राष्ट्रीय अध्यक्ष कमांडर अशोक राऊत के नेतृत्व में काशीपुर में एक अधिवेशन का आयोजन किया गया। इस अधिवेशन में कुमाऊं व गढ़वाल के सभी जिलों के 700 से अधिक प्रतिनिधि उपस्थिति रहे। अधिवेशन में पेंशनर्स की दशा व मांगों को शीघ्र पूर्ण करवाने हेतु एनएसी की भूमिका आदि विषयों पर फ़ैसला लिया गया।
मुख्य मार्गदर्शक एनएसी चीफ कमांडर अशोक राऊत ने अपने उद्बोधन में सभी का स्वागत किया, आयोजकों का अभिनंदन व पेंशनर्स की दशा बदलने के लिए एनएसी द्वारा किए जा रहे प्रयत्नों पर प्रकाश डाला गया। पेंशनर्स की माँग है कि उन्हें कम से कम पेंशन 7500 रुपये एवं मंहगाई भत्ता दिया जाए। ईपीएफओ के पत्र के अनुसार वास्तविक वेतन पर उच्च पेंशन के विकल्प की सुविधा साथ ही मेडिकल सुविधा व अन्य भी मान्य हो।
अधिवेशन में कमांडर अशोक राऊत ने कहा, “यह समय हमारे लिए अनुकूल है लेकिन हम सभी को और अधिक जागरूक रहते हुए वर्तमान व भविष्य में संगठन द्वारा चलाये जानें वाले सभी कार्यक्रमों में प्रत्येक पेंशनर के सहयोग व सहभाग की आवश्यकता है।
संगठन की महिला प्रतिनिधि श्रीमती जयश्री किवलेकर व सरिता नारखेड़े ने अपने भाषण में नारी शक्ति के संगठन विस्तार पर विशेष जोर देकर कहा कि महिला शक्ति एनएसी को विजयश्री दिलाने में सहायक सिद्ध होगी।
उत्तराखंड के प्रांतीय अध्यक्ष सरदार सुरेंद्र सिंह ने विस्तार सहित पेंशनर्स का मार्गदर्शन किया व स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार अब हमारे धैर्य की और अधिक परीक्षा न लें व पेंशनर्स को तुरंत न्याय प्रदान करें। उन्होंने कहा, “भले ही प्रधानमंत्री ने हमें दोबारा आश्वासन दिया हो, इसके लिए हम माननीय प्रधानमंत्री जी व हेमा मालिनी जी के प्रति हम कृतज्ञ है। उन्होंने कहा कि अधिवेशन के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री से हम निवेदन करते हैं कि पेंशनर्स की बढ़ती हुई मृत्यु दर को देखते हुए अब और अधिक इंतजार न करवाए व दिनांक 15 अक्टूबर 2021 के पहले हमारी चार सूत्रीय मुख्य मांगों को मंजूर कर हमें न्याय प्रदान करें।
प्रान्तीय महासचिव सुरेश डंगवाल ने अपने भाषण में आयोजन के महत्व, कर्मचारियों की एकता का महत्व, संगठन के लिए समयदान व अंशदान पर बल दिया। अधिवेशन के अंत में यह निश्चित हुआ कि पेंशनर्स बचाओ अभियान को और अधिक तीव्र किया जाए और पेंशनर्स को त्वरित न्याय मिले।