शंखनाद INDIA/चमोली : 

आज जो खबर शंखनाद आपके साथ साझा करना चाहता हैं। वह संवाददाता अवतार सिंह पँवार द्वारा पेश की गयी हैं। जिसमे नन्दा सस्तमी को मां नन्दा की डोली कुरुड़ से बाल पाटा पहुंची वहाँ पर विधिपूर्वक पूजा अर्चना की गई जिसमे कई श्रद्धालुओं ने माता का आशीर्वाद लिया। हर खबर पर हैं शंखनाद न्यूज़ की नज़र …….

आपको बता दे, कि हर साल भादों की सस्तमी को कुरुड़ की डोली सहित अन्य गांवों से डोलियां तथा रिंगाल की छतोलियाँ रामणी गांव से करीब 16 किलोमीटर पैदल चलकर बाल पाट पहुंचती हैं। जब मां नन्दा की डोली रामणी गांव रात्रि विश्राम हेतु पहुचती तो इस पावन अवसर पर यहाँ तीन दिन का सांस्कृतिक मेला भी लगता था परंतु पिछले साल से कोरोना के चलते यहाँ मेले का आयोजन भी नही हुआ। 72 गांवो की यह नन्दा जात की यात्रा में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ता है माँ नन्दा से आशीर्वाद लेने चाहे उस दिन कितनी भी वर्षा ही क्यों न हो परन्तु भक्तों की माँ के प्रति जो श्रद्धा भक्ति होती है उसे इतनी पैदल दूरी तय करने से नही रोक सकती है।प्राकृतिक सौन्दर्य से भर पुर यह स्थान समस्त भक्तजनों को खूब मन भी मोह लेती है।