जब हम यह सुनते है उत्तराखंड स्मार्ट सिटी में तब्दील हो रहा है। तो हमे बहुत ही ज्यादा खुशी मिलती है पर जब यहाँ स्मार्ट सिटी का काम लटका मिले और यही काम जो कि रास्तो में मौजूद गड्ढे है, तो आप क्या सोचेंगे? आपके मन मे यही विचार होगा जल्द से जल्द काम हो जाए। पर जब काम नही हुआ और बरसात के मौसम में स्मार्ट सिटी के नाम पर हुए यह गड्डो में पानी भरने लगे और लोग इसमे गिर कर हादसों का शिकार हो तो क्या कहेंगे। जी हां,ऐसा ही कुछ देहरादून जिले में देखने को मिल रहा है यहाँ एक स्कूटी गड्ढे में जा गिरी साथ ही 4 लोग घायल भी हो गए । जिनमें से 2 तो छोटे बच्चे ही मौजूद है। इस रुके कार्य से वहाँ का इलाका काफी परेशान है। चलिए पूरी घटना को अपने शब्दों में बखान करते है….आप शंखनाद न्यूज़ के साथ बने रहे….
बीती रात करीब सवा दस बजे लाल फूल भंडार के मालिक संजय आनंद दुकान बंद कर के परिवार समेत स्कूटी से घर जा रहे थे। रास्ते में गड्ढा न दिख पाने के कारण वो स्कूटी समेत गड्ढे में जा गिरे। हादसा होते ही दंपति व बच्चे सड़क पर इधर-उधर गिर पड़े। वहां मौजूद कुछ दुकानदारों ने किसी तरह उन्हें संभाला और चारों को अस्पताल पहुंचाया। बताया जा रहा है कि जहां पर हादसा हुआ, वहां सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे। स्मार्ट सिटी के काम की धीमी रफ्तार को लेकर भी लोगों में नाराजगी है। व्यापारियों का कहना है कि स्मार्ट सिटी के अधूरे काम की वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं। बारिश में गड्ढे और खतरनाक हो जाते हैं। 26 अगस्त को स्मार्ट सिटी कार्य के दौरान एक श्रमिक सड़क के मलबे में दब गया था। 21 जून को स्मार्ट सिटी के कार्य में लगी जेसीबी ने एक शिक्षिका को टक्कर मार दी थी। गड्ढे भी जानलेवा बने हुए हैं। आक्रोशित व्यापारियों ने प्रशासन से गड्ढों को तुरंत बंद करने की मांग की।