शंखनाद INDIA/ हरिद्वार

देवभूमि की विभिन्न डोलियाँ आज गंगा स्नान के लिए हरिद्वार पहुँची। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण इस बार देव डोलियों का गंगा स्नान प्रतीकात्म हुआ। पहाड़ से लाई गई पांच देव डोलियों को हर की पैड़ी ब्रह्मकुंड पर गंगा स्नान कराया गया| पीएम मोदी की अपील पर इस बार बहुत कम लोगों की संख्या ने यह स्नान किया गया| हरिद्वार में हर 12 साल में यह स्नान कराया जाता है| हर बार भारी संख्या में भक्तों का हुजुम देव डोलियों के स्नान के लिए यहां पहुंचता है| उत्तराखंड के साथ ही नेपाल एवं हिमाचल से भी दिव्य डोलियां और पवित्र निशान महाकुम्भ में पहुँचते हैं।

शनिवार की शाम 4 बजे त्रिवेणी घाट ॠषिकेश में देव डोलियों की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद भरत मन्दिर की परिक्रमा उपरांत सभी को प्रेम नगर आश्रम हरिद्वार लाया गया जहां रात्रि विश्राम किया गया। आज सुबह देवडोलियां प्रेम नगर आश्रम से हरकी पैड़ी स्नान के लिए पहुंची। कोरोना महामारी को देखते हुए इस बार देव स्नान को सांकेतिक रखा गया। मात्र चार देवस्थान से ही डोलियां हरिद्वार पहुंची जिसमें मां धारी देवी, माँ सुरकंडा देवी, देव घण्टाकर्ण और माँ दक्षिण कालिका की डोलियाँ सम्मलित थी। सभी देव-अथितियों द्वारा कुम्भ स्नान किया गया। जिसके पश्चात सभी देव-डोलियां एवं निशान को श्रद्धालुओं हेतु सीसीआर के करीब प्रांगण में लाया गया।

कोविड नियमों का पालन करते हुए सभी ने देव डोलियों से आशीर्वाद प्राप्त किया।हर की पैड़ी स्थित ब्रह्मकुंड पर देव डोलियों को गंगा स्नान कराया गया। वैसे तो प्रदेशभर से 250 से अधिक देव डोलियों को आज गंगा स्नान कराया जाना था, जिसमें 50 से 60 हजार लोगों को सम्मिलित होना था। लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस बार लगभग 50 से 60 भक्तों ने ही इस कार्यक्रम में भाग लिया और धार्मिक परंपरा का प्रतीकात्मक रूप से निर्वहन किया।