शंखनाद INDIA/ हल्द्वानी
उत्तराखंड में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है| हर रोज कोरोना संक्रमितों और मौत का आंकड़ा बहुत तेजी से बढ़ रहा है| सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद भी कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों में कोई कमी नहीं दिख रही है| सरकार ने राज्य में कोरोना से निपटने के लिए कई कड़े नियम और पाबंदियों को लगाया है लेकिन फिर भी कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है| आम हो या खास अभी तक कोई भी कोरोना की चपेट में आने से बच नहीं पाया है|
आज एरीज (आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान) नैनीताल के पूर्व निदेशक वैज्ञानिक अनिल पांडेय का कोरोना से निधन हो गया है| अनिल पांडेय पिछले दिनों कोरोना संक्रमित पाए गए थे जिसके बाद उनका हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में ईलाज चल रहा था| लेकिन पिछले कुछ दिनों से कोरोना की लड़ाई लड़ते लड़ते आज अनिल पांडे इस लड़ाई से हार गए| अनिल पांडे के निधन से एरीज समेत पूरे हल्द्वानी में शोक की लहर दौड़ गई है| बता दें कि वैज्ञानिक अनिल पांडे कई देशों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके थे। उन्हें कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके है।
बता दें कि इन दिनों कोरोना महामारी के कारण राज्य में हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं| हर रोज कोरोना के मरीजों में बहुत तेजी से बढ़ोत्तरी दर्ज की जा रही है| अब सरकार के सामने कोरोना महामारी एक बहुत बड़ी चुनौती बनकर सामने आ रही है जिससे निपटने के लिए सरकार लगातार जरूरी कदम उठा रही है| प्रदेश में अबतक कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लाख के पार पहुंच चुका है जबकि कोरोना से मौत का आंकड़ा हजार की संख्या को पार कर चुका है| हालात रोज बद से बदतर होते जा रहे हैं ऐसे में सरकार को कोरोना से निपटने के लिए कुछ जरूरी और सख्त कदम उठाने होंगे वरना अगर हालात इसी तरह रहे तो स्थिति बेहद खराब हो जाएगी और फिर सरकार की इससे निपटने में कोई कोशिश कामयाब नहीं हो पाएगी|