शंखनाद INDIA/देहरादून

उत्तराखंड में कोरोना कहर लगातार अपना खौफनाक रूप दिखा रहा है| राज्य में लगातार हालात बेहद खराब होते जा रहे हैं| हर रोज कोरोना के मरीजों का आंकड़ा बहुत तेजी से बढ़ रहा है| इस डरावनी महामारी के आगे न तो सरकार का बस चल रहा है और ना ही दवाइयों का असर| हर कोई इस महामारी के आगे बेबस नजर आ रहा है| कोरोना से हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि अब मरीजों को भी अस्पतालों में भर्ती नहीं किया जा रहा है| अस्पतालों मे कोरोना मरीजों का आंकड़ा इतनी तेजी से बढ़ रहा है कि अब आम बिमारी वाले लोगों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही है जिससे उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया जा रहा है| इस महामारी के आगे अस्पताल प्रशासन भी बेबस है|

कुमाऊं के सबसे बड़े सरकारी सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में आज से ओपीडी सेवा बंद कर दी गई है| यहां कोरोना मरीजों का आंकड़ा इतनी तेजी सेस बढ़ रहा है कि अब अस्पताल ने आम मरीजों को भर्ती करने के लिए मना कर दिया है| अब यहां कोरोनावायरस के संक्रमित मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती करा जाएगा| सुशीला तिवारी अस्पताल की ओर से दी गई जानकारी में स्पष्ट कहा गया है कि जिलाधिकारी की अध्यक्षता में यह निर्णय लिया गया है कि अग्रिम आदेशों तक सुशीला तिवारी चिकित्सालय में होने वाली दैनिक ओपीडी स्थगित की गई है।

जानकारी के मुताबिक सुशीला तिवारी अस्पताल में फिलहाल 344 संक्रमित मरीज भर्ती हैं और अभी तक 425 कोरोनावायरस के मरीजों के इलाज के लिए बेड की व्यवस्था हो चुकी है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि अस्पताल में कोरोना मरीजों का आंकड़ा बढ़ सकता है ऐसे में अस्पताल में अन्य बीमारियों का उपचार नहीं हो सकेगा उसके लिए लोगों को प्राइवेट या अन्य अस्पतालों की तरफ रूख करना पड़ सकता है|