शंखनाद INDIA/ हरिद्वार

हरिद्वार में आयोजित हो रहे महाकुंभ में कोरोना का खौफ तेजी से बढ़ रहा है| यहां महाकुंभ के दौरान कई श्रद्धालु कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं  साथ ही कई साधु संतों की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है| वहीं अब कोरोना के कारण एक संत की मौत हो गई है| जिसके बाद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है| दरअसल, जिन संत की कोरोना के कारण मौत हुई है वह एमपी से महाकुंभ में शामिल होने के लिए आए थे| इस दौरान महामंडलेश्वर कपिल देव की कोरोना जांच कराई गई तो वह कोरोना पॉजिटिव निकले| जिसके बाद उन्हें अस्पताल में ईलाज के लिए  भर्ती कराया गया| महामंडलेश्वर का ईलाज देहरादून के कैलाश अस्पताल में चल रहा था| ईलाज के दौरान उनकी मौत हो गई|

वहीं संत के मौत ने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को गहरी चिंता में जाल दिया है| क्योंकि जिस तरह से महाकुंभ में कोरोना के मामले सामने आए हैं उसके हिसाब से यह एक बेहद चिंता का विषय है|  महाकुंभ में खासकर शाही स्नान  के दौरान कोरोना नि नियमों की खूब धज्जियां उड़ाई  गई लेकिन फिर भी सरकार यह दावा करती रही कि कुंभ में स्नान सफलतापूर्वत संपन्न हुआ है और कोरोना का भी खतरा नहीं रहा है| ऐसे में संत की मौत से सरकार की चिंता जरूर  बढ़ गई है|

कुंभ में सरकार ने कोरोना को लेकर नियम तो कड़े बना दिए लेकिन इन नियमों का पालन कराने में सरकार सफल नहीं हो पाई| कुंभ में न तो कोरोना का खौफ देखा गया और न ही पुलिस का| सरकार  की तरफ से महाकुंभ में शाही स्नान के दौरान भारी पुलिस बल की तैनाती कराई गई थी जिससे लोग कोरोना के नियमों का उल्लंघन न करें और किसी भी तरह की भगदड़ न हो| लेकिन भारी पुलिस बल तैनाती के बाद भी लोगों में कोई खौफ नजर नहीं आया और कोरोना के नियमों को पूरी तरह से तार तार कर दिया गया|

कुंभ में न तो मास्क का प्रयोग किया गया और  न ही सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखा गया| बीड़ इतनी थी कि पुलिस बल ने भी अपने हाथ खड़े कर दिये| पुलिस भी लोगों को कोरोना नियमों का उल्लंघन करने पर कुछ नहीं बोल पाई| फिलहाल सरकार यह दावा तो जरूर कर रही है कि कुंभ में कोरोना का खतरा नहीं बढ़ा है लेकिन अब जब एक संत की कोरोना के कारण मौत  हो गई  है वह वाकई सरकार के लिए एक चिंता का विषय जरूर बन गया है|