शंखनाद INDIA/ नई दिल्ली
पिछले दिनों छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले में सेना के 22 जवान शहीद हो गए| जवानों की शहादत की खबर से पूरे देश में सन्नाटा छा गया| हर किसी की आंखों में आंसू थे| हर कोई शहीद जवानों के परिवाऱ वालों की बिलखती आवाज क महसूस कर सकता था| नक्सलियों के इसी हमले में 1 जवान लापता भी हो गया था| जिसके बाद से ही लापता जवान के घरवाले परेशान और दुखी हैं| उनकी सरकार से सिर्फ एक ही गुहार है कि नक्सलियों की सभी डिमांड को पूरा कर लापता जवान को सुरक्षित और जल्द वापस लाया जाए| बता दें कि नक्सली हमले में जो जवान लापता हुआ है वह सीआरपीएफ के कमांडो राकेश्वर सिंह मनहास हैं| जो नक्सलियों के कब्जे में हैं|
मंगलवार को नक्सलियों ने जवान को अपने कब्जे में होने का दावा किया था| जिसके बाद आज नक्सलियों ने बीजापुर के कुछ स्थानीय पत्रकारों को लापता जवान की एक तस्वीर भी भेजी है|इस तस्वीर में जवान एक झोपड़ी में बैठे हुए दिख रहे हैं| इससे पहले मंगलवार को नक्सलियों ने जवान को अपने कब्जे में रखने का दावा किया है| दावा किया जा रहा है कि नक्सलियों ने जवान को रिहा करने के लिए कुछ शर्तें भी रखी हैं। नक्सलियों की पहली शर्त यह है कि सरकार एक मध्यस्थ नियुक्त करे। उनका कहना है कि जब तक मध्यस्थों के नाम का एलान नहीं होगा, तब तक जवान को रिहा नहीं किया जाएगा।
लापता जवान की फोटो जारी होने से पहले, बीजापुर के एक पत्रकार ने दावा किया कि उसके पास नक्सलियों ने दो बार फोन किया। उन्होंने कहा है कि नक्सलियों ने उनसे संपर्क किया और कहा कि दो दिन में जवान को छोड़ देंगे| उन्होंन कहा कि मुझे नक्सलियों से दो फोन कॉल आए हैं कि एक जवान उनकी गिरफ्त में है| जवान को गोली लगी है और मेडिकल ट्रीटमेंट दिया गया है| उसे दो दिन में छोड़ देंगे| उन्होंने कहा कि जवान का वीडियो और फोटो भी जल्द जारी करेंगे|
वहीं लापता जवान के परिवारवाले लगातार सरकार से जवान को वापस लाने की मांग कर रहे हैं| राकेश्वर सिंह की एक छोटी बेटी है जिसने नक्सलियों से अपने पिता को रिहा करने की अपील की है। उसने कहा कि पापा की परी पापा को बहुत मिस कर रही है। मैं अपने पापा से बहुत प्यार करती हूं। प्लीज नक्सल अंकल, मेरे पापा को घर भेज दो। वहीं, जवान की पत्नी ने भी नक्सलियों से अपने पति को रिहा करने की अपील की है। बता दें कि राकेश्वर के पिता ने भी सीआरपीएफ में रहते हुए देश के लिए शहादत दी थी और परिवार के मन में वहीं मंजर बार-बार कौंध रहा है| परिवार लगातार सरकार से गुहार लगा रहा है कि किसी भी तरह से राकेश्वर की सकुशल और जल्दी वापसी कराई जाए|