देहरादून। मसूरी-देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने प्राधिकरण क्षेत्र में अवैध प्लॉटिंग और अनधिकृत निर्माणों के विरुद्ध अपनी कड़ी कार्रवाई को गुरुवार को भी जारी रखा। शहर के व्यवस्थित, सुरक्षित और नियोजित विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एमडीडीए की टीमें प्रतिदिन विभिन्न इलाकों में निरीक्षण और ध्वस्तीकरण अभियान चला रही हैं। प्राधिकरण का कहना है कि अवैध कॉलोनाइजेशन न केवल शहरी संरचना को प्रभावित करता है, बल्कि भविष्य में बुनियादी सुविधाओं की कमी जैसी गंभीर समस्याएं खड़ी कर सकता है।

गुरुवार को विकासनगर, शिमला बाईपास और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध प्लॉटिंग पर कार्रवाई की गई। होरोवाला रोड, छरबा क्षेत्र में मदन सिंह नेगी द्वारा लगभग 4–5 बीघा भूमि पर की जा रही अवैध प्लॉटिंग को ध्वस्त किया गया। कार्रवाई के दौरान अवर अभियंता सिद्धार्थ सेमवाल, अमन पाल, सुपरवाइज़र एवं पुलिस बल मौजूद रहे।

इसके अलावा, बुधवार को शेरपुर सेलाकुई में लगभग 20 बीघा भूमि पर हो रही बड़ी अवैध प्लॉटिंग पर भी निर्णायक कार्रवाई की गई। नवीन गुप्ता एवं अन्य द्वारा की जा रही इस अनधिकृत प्लॉटिंग को एमडीडीए टीम ने ध्वस्त कर दिया। मौके पर अवर अभियंता नितेश राणा और सुपरवाइज़र मौजूद रहे तथा पूरी कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई।

एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि अवैध प्लॉटिंग किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। इससे शहर के नियोजित विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि छोटे-बड़े सभी मामलों में तुरंत सीलिंग और ध्वस्तीकरण किया जाएगा। वहीं, सचिव मोहन सिंह बर्निया ने बताया कि प्राधिकरण टीमें लगातार मैदानी निगरानी कर रही हैं और किसी भी अनधिकृत विकास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

एमडीडीए का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।