देहरादून में एमडीडीए की बड़ी कार्रवाई: सहस्त्रधारा रोड, विधौली और कंडोली में कई अवैध भवन सील
“शहर को स्वच्छ, सुंदर और नियोजित बनाना हमारा लक्ष्य” – बंशीधर तिवारी
देहरादून । मसूरी–देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) ने राजधानी में अवैध निर्माणों के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए गुरुवार को बड़े पैमाने पर कार्रवाई की। प्राधिकरण की टीमों ने सहस्त्रधारा रोड, विधौली और कंडोली क्षेत्रों में चल रहे कई अवैध व्यवसायिक और आवासीय निर्माणों पर सीलिंग की कार्रवाई की।
संयुक्त सचिव गौरव चटवाल के आदेश पर की गई इस कार्रवाई के दौरान विधौली रोड स्थित साईं मंदिर के पास स्वरजीत सिंह और सिकंदर द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माणों को सील किया गया। इसी प्रकार, कंडोली क्षेत्र में अली (भू-स्वामी), तसलीम और विवेक नोडियाल के अवैध निर्माणों पर भी कार्रवाई करते हुए भवनों को सील कर दिया गया। इस टीम में सहायक अभियंता निशांत कुकरेती, अवर अभियंता मनवीर पंवार और सुपरवाइजर मौजूद रहे।

वहीं, सहस्त्रधारा रोड क्षेत्र में दूसरी टीम ने मयंक गुप्ता द्वारा पैसिफिक गोल्फ के निकट किए जा रहे बहुमंजिला निर्माण, विक्रांत कुमार द्वारा हेलीपैड क्षेत्र के पास किए गए निर्माण तथा नितिन मुदगल के अवैध व्यावसायिक निर्माण को सील किया। इस कार्रवाई में सहायक अभियंता शैलेंद्र सिंह रावत, अवर अभियंता विदिता कुमारी, उमेश कुमार और सुपरवाइजरों ने भाग लिया।
एमडीडीए उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी ने कहा कि राजधानी में किसी भी प्रकार के अवैध या अनियमित निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य देहरादून को स्वच्छ, सुंदर और नियोजित शहर के रूप में विकसित करना है।
जो भी व्यक्ति बिना स्वीकृति के निर्माण करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।” तिवारी ने स्पष्ट किया कि मनमाने निर्माण शहर की सुंदरता, सुरक्षा और योजनाबद्ध विकास के लिए गंभीर खतरा हैं, इसलिए ऐसे मामलों में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
एमडीडीए सचिव मोहन सिंह बर्निया ने बताया कि प्राधिकरण नियमित रूप से निरीक्षण कर रहा है और जहां भी बिना अनुमति निर्माण पाया जा रहा है, वहां तत्काल सीलिंग या ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे स्वीकृत मानचित्र के अनुरूप ही निर्माण करें और नियमानुसार प्रक्रिया पूरी करें।
बर्निया ने चेतावनी दी कि नियमों के विपरीत निर्माण करने वालों पर अब और कठोर कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा, “जिन लोगों ने अवैध रूप से भवन खड़े किए हैं, वे स्वेच्छा से निर्माण कार्य रोकें और मानचित्र स्वीकृत करवाएं, अन्यथा कार्रवाई तय है।”
स्थानीय नागरिकों ने एमडीडीए की इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा कि यह अभियान शहर में बढ़ते अवैध निर्माणों पर नियंत्रण की दिशा में एक ठोस कदम है।
