मियामी (अमेरिका)। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच मई 2025 में हुआ संघर्ष विराम उनके हस्तक्षेप का नतीजा था। फ्लोरिडा के मियामी में आयोजित एक कार्यक्रम में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों को व्यापार रोकने की चेतावनी दी थी, जिसके बाद वे शांति पर सहमत हुए।
ट्रंप ने कहा, “मैं दोनों देशों के साथ व्यापार समझौते पर काम कर रहा था, तभी खबर मिली कि वे युद्ध के कगार पर हैं। आठ विमान गिराए गए थे। तब मैंने कहा यह युद्ध है और ये दोनों परमाणु राष्ट्र हैं। मैंने उन्हें स्पष्ट कहा कि जब तक शांति नहीं होती, मैं कोई व्यापार नहीं करूंगा।”
ट्रंप के अनुसार यह बातचीत 9 मई को हुई थी और अगले दिन यानी 10 मई को भारत और पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की घोषणा की। उन्होंने कहा, “एक दिन बाद मुझे कॉल आया—‘हमने शांति बना ली।’ मैंने कहा, ‘धन्यवाद, अब व्यापार करते हैं।’ यही तो टैरिफ की ताकत है।” ट्रंप ने दावा किया कि अपने कार्यकाल में उन्होंने नौ महीनों में आठ युद्ध खत्म करवाए, जिनमें भारत-पाकिस्तान संघर्ष भी शामिल है।
हालांकि, भारत ने ट्रंप के इन दावों को सिरे से खारिज कर दिया है। जी7 शिखर सम्मेलन (कनाडा) के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने किसी अमेरिकी मध्यस्थता की न तो मांग की और न ही ऐसी कोई बातचीत हुई। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने स्पष्ट किया, “प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति ट्रंप से कहा था कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते या भारत-पाकिस्तान विवाद में अमेरिकी भूमिका पर कोई चर्चा नहीं हुई थी।”
अप्रैल 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था। भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकियों के ठिकानों पर कार्रवाई की थी, जिसके बाद सीमित सैन्य झड़पें हुईं और अंततः संघर्ष विराम की घोषणा की गई।
