ऋषिकेश। करवा चौथ पर्व पर उत्तराखंड की लोक कला ऐपण देश-विदेश तक अपनी विशिष्ट पहचान बना रही है। पारंपरिक कला को आधुनिक अंदाज़ में सहेजते हुए श्यामपुर खदरी निवासी हस्तशिल्प कलाकार ईशा कलूड़ा चौहान इन दिनों करवा चौथ के विशेष अवसर के लिए ऐपण सजी थालियों, लोटों और छलनियों की तैयारियों में जुटी हैं।

ईशा चौहान ने बताया कि करवा चौथ पर पूजन में उपयोग होने वाले बर्तनों को वे पारंपरिक ऐपण डिज़ाइन से सजाती हैं। एक पूरा सेट तैयार करने में लगभग एक दिन का समय लगता है। उन्होंने बताया कि इनकी माँग अब ऋषिकेश सहित देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी दिल्ली और टिहरी जैसे जिलों के साथ-साथ राज्य से बाहर के इलाकों से भी आ रही है।

पिछले चार वर्षों से वे लोककला ऐपण के माध्यम से पारंपरिक सौंदर्य को नया आयाम दे रही हैं। करवा चौथ जैसे पर्वों पर उनकी कलाकृतियाँ न केवल सुहागिनों की पूजा थालियों की शोभा बढ़ा रही हैं, बल्कि उत्तराखंड की लोक संस्कृति को भी नए आयाम दे रही हैं।