प्रदेश के लोक निर्माण एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज ने मानसून सीजन को लेकर अधिकारियों को सतर्क और सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मंशा है कि मानसून के दौरान किसी भी यात्री को परेशानी न हो और अवरुद्ध सड़कों को शीघ्र खोला जाए। बुधवार को यमुना कॉलोनी स्थित प्रमुख अभियंता कार्यालय में लोक निर्माण एवं सिंचाई विभाग की समीक्षा बैठक में उन्होंने यह बात कही।
किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें
महाराज ने कहा कि अगर कोई मार्ग बंद होता है, तो यात्रियों को इसकी जानकारी पहले ही पूर्ववर्ती स्टेशन पर मिलनी चाहिए ताकि वैकल्पिक मार्ग अपनाकर गंतव्य तक पहुंच सकें। उन्होंने जेसीबी मशीनों की उपलब्धता, नालों की सफाई और जल निकासी के प्रबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने को कहा। उन्होंने बताया कि बरसात के चलते राज्य में 54 सड़कें अवरुद्ध हुई थीं, जिनमें से 19 मार्ग खोल दिए गए हैं। वर्तमान में प्रदेश में 672 सड़कें पूरी तरह से खुली हैं और 361 वैकल्पिक मार्गों से यातायात संचालित हो रहा है। मैदानी क्षेत्रों में जलभराव की आशंका के चलते ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त रखने के निर्देश भी दिए गए।
बाढ़ नियंत्रण की तैयारी
सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सभी जनपदों में नोडल खंड स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित कर दिए गए हैं। देहरादून में केंद्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष भी सक्रिय है। राज्य स्तर और जिला स्तर के अधिकारियों को जोड़ते हुए एक विशेष WhatsApp ग्रुप बनाया गया है ताकि 24×7 सूचनाओं का आदान-प्रदान हो सके। प्रदेश में कुल 113 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं तथा 304 बाढ़ संभावित संवेदनशील स्थलों का चिन्हीकरण कर लिया गया है। राज्य की प्रमुख नदियों के जलस्तर की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है।
ये लोग रहे मौजूद
बैठक में विधायक दुर्गेश्वर लाल, सिंचाई सचिव युगल किशोर पंत, आपदा प्रबंधन सचिव विनोद सुमन (वर्चुअल), संयुक्त सचिव जे.एल. शर्मा, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता राजेश शर्मा, सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता सुभाष कुमार पाण्डेय, मुख्य अभियंता रणजीत सिंह रावत सहित सभी जिलों के डीएम, एडीएम और विभागीय अधिकारी वर्चुअली उपस्थित रहे।