शंखनाद/INDIA/विजय उप्रेती/पिथौरागढ़ः
डीडीहाट तहसील के दूरस्थ चोबाटी क्षेत्र के मढ़ गांव में भीषण अग्निकांड में एक तिमंजिला मकान जलकर तबाह हो गया। आग से मकान के अंदर रखा 20 तोला सोना, 4 लाख की नगदी समेत सभी सामान जलकर खाक हो गया। यहां तक कि परिवारजनों के पहनने के लिए कपड़े भी नहीं बच पाए। जिस कारण एक परिवार पूरी तरह से सड़़क पर आ चुका है। आग लगने के कारणों का पता नहीं लग पाया है।
चौबाटी के मढ़गांव निवासी कौस्तुबानंद जोशी के मकान में प्रातः सात बजे के आसपास अचानक आग लग गई। घटना के समय घर पर कौस्तुबानंद की 87 वर्षीय माता बसंती देवी थीं। मकान से धुआं उठते देख वह बाहर आई। उनकी चीख सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी। ग्रामीणों ने आग बुझाने की भरसक कोशिश की, मगर वह नाकाफी साबित हुई। आग ने छत की बल्ली व तख्ते को अपने चपेट में ले लिया, इससे आग और भड़क गई। देखते ही देखते मकान के अंदर का सारा सामान जलकर खाक हो गया। दोपहर बाद आग पर काबू पाया जा सका। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे राजस्व उपनिरीक्षक ने क्षति का आंकलन किया। आग से 4 लाख की नगदी, 20 तोला सोना, 80 हजार का बैड, चारपाई, फर्नीचर, 50 हजार का कंप्यूटर सेट, 15 हजार की टीवी, 90 हजार की भागवत व अन्य धार्मिक ग्रंथों से संबंधित पुस्तकें 18 हजार के कपड़ों के अलावा बर्तन, राशन सब जल गया। इस घटना से परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो चुका है। पीड़ित परिवार ने अभी पड़ोसी के मकान में शरण ली है।

यजमानी कर पाई-पाई जोड़कर बनाया था घर
पीड़ित कौस्तुबानंद के घर में 87 वर्षीय माता बसंती देवी के अलावा उनके दो पुत्र हैं। पत्नी की 8/10 साल पहले ही मृत्यु हो चुकी है। कौस्तुबानंद यजमानी करते हैं। घटना के वक्त भी वह यजमानी के सिलसिले में देहरादून गए थे। उनके दोनों पुत्र भी वर्तमान में पिथौरागढ़ नगर में किराए के कमरे में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं। आग लगने की सूचना मिलने पर दोनों पुत्र पिथौरागढ़ से दोपहर में अपने घर पहुंचे, मगर तब तक सब जलकर खाक हो चुका थी। कौस्तुबानंद ने हाल ही अपने पुश्तैनी मकान का मरम्मत कार्य कर उसे नया रूप दिया था। आग लगने से उन्हें मकान से ही करीब 35 लाख का नुकसान हो चुका है।

प्रशासन से नहीं मिली कोई मदद
पीड़ित परिवार को प्रशासन से अभी तक कोई मदद नहीं मिल सकी है। सोशल मीडिया में लोगों ने पीड़ित परिवार की मदद के लिए मुहिम छेड़ी है। पीड़ित परिवार की मदद के लिए लोग आगे भी आ रहे हैं।

कमद अग्निकांड की दिलाई याद
मढ़गांव में हुए इस भीषण अग्निकांड ने गंगोलीहाट क्षेत्र के कमद गांव में हुई भीषण अग्निकांड की याद ताजा कर दी। विगत माह कमद गांव में भी इसी तरह के अग्निकांड में तीन परिवार सड़क पर आ गए। पीड़ित परिवारों का 30 तोला से अधिक सोना और लाखों की नग