तुंगनाथ

तृतीय केदार के नाम से विश्व विख्यात और हिमालय मे सबसे ऊंचाई पर विराजमान भगवान तुंगनाथ की यात्रा का आगाज बुधवार को हो जाएगा। तुंगनाथ यात्रा का आगाज शीतकालीन गद्दीस्थल मक्कूमठ से होगा। मन्दिर समिति द्वारा यात्रा का आगाज होने की सभी तैयारिया पूरी कर ली गयी हैं।

कल मक्कूमठ से तुंगनाथ धाम के लिए रवाना होगी डोली

बुधवार को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी मक्कूमठ से रवाना होगी। प्रथम रात्रि प्रवास के लिए गांव के मध्य भूतनाथ मन्दिर पहुंचेगी। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के भूतनाथ मन्दिर आगमन पर ग्रामीणो द्वारा नए अनाज का भोग अर्पित कर आगामी ग्रीष्मकालीन यात्रा के निर्विघ्न सम्पन्न होने की कामना की जाएगी।

दो मई को खोले जाएंगे धाम के कपाट

एक मई को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंचेगी। दो मई को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम पहुंचेंगी।  जिसके बाद तुंगनाथ धाम के कपाट भक्तो की जयकारों और विद्वान आचार्यो की वेद ऋचाओं के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिए जाएंगे।