नानकमत्ता बाबा तरसेम हत्याकांड केस में पुलिस के हाथ बड़ी उपलब्धि लगी है। हत्याकांड के लिए शूटरों को हथियार उपलब्ध कराने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ऊधमसिंहनगर मंजुनाथ टीसी ने जानकारी देते हुए बताया कि हत्याकांड के लिए अपराधियों को एकत्रित करने, संसाधन जुटाने और हथियार उपलब्ध कराकर हत्या के षड़यंत्र में शामिल 3 अन्य आरोपियों को पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया साथ ही हत्या में शामिल अन्य अपराधियों के विरुद्ध भी महत्वपूर्ण साक्ष एकत्र किए जा रहे हैं। इस हत्याकांड को अंजाम देने वाले शूटरों पर रखी गई इनाम की राशि को भी 50 हजार रुपये से बड़ा कर 1 लाख रुपये कर दिया गया है।
बीती 28 मार्च को नानकमत्ता स्थित कार सेवा डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की दो हत्यारों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी जिस मामले की जांच के लिए 83 पुलिसकर्मियों की एसआईटी टीम गठित की गई थी टीम की जांच के फल स्वरुप पूर्व में भी हत्याकांड की प्लानिंग करने वाले 4 षडयंत्रकारियो को जेल भेजा जा चुका है। जाँच के दौरान सर्विलॉस एवं पूछताछ से यह तथ्य प्रकाश में आया कि थाना बिलसण्डा पीलीभीत का रहने वाला आरोपी परगट सिंह और थाना बिलासपुर निवासी सुल्तान सिह व सतनाम सिह निवासी कुईया महोलिया थाना बन्डा शाहजहांपुर भी बाबा तरसेम सिंह की हत्या की साजिश में शामिल हैं।
सुल्तान सिह पूर्व से ही शूटर अमरजीत सिह उर्फ बिट्टू के सम्पर्क में था और शूटरों को हत्याकाण्ड के लिये तैयार करने वाला सुल्तान सिह ही है। वहीं आरोपी परगट सिह को मुखबिर की सूचना के आधार पर 6 अप्रैल को पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार किया गया है। जिस 315 बोर की रायफल से बाबा तरसेम सिंह की हत्या की गई है व अस्लाह बाजपुर निवासी जसपाल सिंह भट्टी उर्फ मिन्टू निवासी थाना बाजपुर और सुखदेव सिंह गिल निवासी बन्नाखेडा धाना बाजपुर द्वारा शूटर अमरजीत सिंह उर्फ बिट्टू और सरबजीत सिंह को बाजपुर में 17 मार्च को ही उपलब्ध करा दिया गया था।
इस कार्य हेतु उपयोग की गई स्विफ्ट कार पुलिस द्वारा पूर्व में ही बरामद कर ली गयी है। पुलिस टीम द्वारा 6 अप्रैल को अभियुक्त जसपाल सिंह भट्टी और 7 अप्रैल को सुखदेव सिंह गिल को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। अभियुक्त जसपाल सिंह भट्टी उर्फ मिन्टू एवं सुखदेव सिंह उर्फ सोनू पूर्व में हत्या के मामले में एक साथ जेल भी गये है। जसपाल सिंह भट्टी के विरुद्ध उत्तराखण्ड व उत्तर प्रदेश में उपरोक्त अपराध से पूर्व में हत्या के दो मुकदमो सहित 9 अन्य मुकदमे पंजीकृत है। तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।