मेहलचोरी /गैरसैंण /प्रेम संगेला।
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैण के अंतर्गत माईथन क्षेत्र के देवपुरी गांव से 14किलोमीटर आगे घने-जंगलों के बीच विनायकधार में चल रही ग्रामीणों की भूख हड़ताल को लेकर लगातार बढ़ रहे जन समर्थन से जहां आंदोलनकारीयों के हौंसले बुलंद हैं,वहीं मंगलवार तक भूख हड़ताल की जानकारी होने से इनकार करने वाला प्रशासन भी पूरी तरह से हरकत में दिखाई दिया।बुधवार को गैरसैंण तहसील प्रशासन सहित लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग व पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची।जहां अधिकारियों से वार्ता के दौरान आंदोलनकारियों की तीखी -नोकझोंक के बीच एक और आंदोलनकारी चंद्रदत्त जोशी निवासी लखण गांव देवपुरी ने भी भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
मौके पर पहुंचे स्वास्थ्य कर्मियों ने दोनों अनशनकारियों का पहला स्वास्थय परीक्षण किया,जिसमें तीन दिन से अनशन पर बैठै ग्रामीण कुंवर सिंह नेगी की हालत फिलहाल सामान्य बताई गयी है।अनशन स्थल पर आंदोलनकारीयों की एक बैठक हुई,जिसमें सभी मांगों के पूर्ण होने तक भूख हड़ताल जारी रखने की बात कही गई,सरकार और स्थानीय प्रशासन के उपेक्षापूर्ण-रवैयै से नाराज ग्रामीणों ने लोकसभा चुनाव के बहिष्कार का भी निर्णय लिया।आंदोलन को मजबूत करने के लिए कई ग्रामीणों ने भूख हड़ताल करने के लिए अपनी सहमति दी।आंदोलन को समर्थन देने पंहुचे कांग्रेस जिला अध्यक्ष व विधायक प्रत्याशी रहे मुकेश नेगी ने कहा कि अपनी जरूरी मांगों के लिए घने-जंगलों के बीच भूख हड़ताल कर रहे ग्रामीणों की परेशानी से सरकार को कोई पीडा नहीं है।
अनशन स्थल पर प्रशासन से हुई वार्ता में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता जगदीश थपलियाल ने बताया कि बीएमबी मोटर मार्ग के विनायक-धार से कस्बीनगर तक शेष 5 किलोमीटर की सड़क को लेकर दो-तीन दिन में वन विभाग की फाइल नोडल स्तर पर ऑनलाइन कर दी जाएगी, जिसके बाद ही वन विभाग की स्वीकृति मिलनी है।जिस पर नाराज ग्रामीणों ने कहा कि 22 महीनों से जिस फाइल को विभाग दबाए बैठा था अब उसे केसै 3 दिन में पूरा किया जाएगा।मौके पर प्रभारी तहसीलदार कर्णप्रयाग सुरेंद्र देव ने अनशनकारियों को मनाने का हर संभव प्रयास किया,लेकिन आंदोलनकारी नहीं माने ओर सड़क स्वीकृति सहित अन्य मांगों के पूर्ण होने तक आंदोलन को जारी रखने की बात कही,जिसके बाद अधिकारी अनशन स्थल से बैंरग लौट गये।
इस अवसर पर तहसीलदार सुरेंद्र देव,लोनिवि के जगदीश थपलियाल,चौकी प्रभारी माईथान राजेन्द्र प्रसाद गैरौला,राजस्व उपनिरीक्षक संदीप बिष्ट,संघर्ष समिति के अध्यक्ष हरेंद्र कंडारी,जिला पंचायत सदस्य अवतार सिंह पुंडीर,खंसर विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट,खंसर-खीड़ा -बधाणगढी मित्रमंडली के अध्यक्ष शयन सिंह नेगी,प्रधान दिनेश नेगी,क्षेत्र पंचायत राकेश उप्रेती,दीवान सिंह बिष्ट,हयात सिंह पुंडीर,केदार मढवाल,कै.बलवंत सिंह,मोहन सिंह ,लक्ष्मण सिंह,सुरेंद्र सिंह,उदय पुंडीर,दिनेश चंद्र,मंजू देवी,राधा बिष्ट,कस्तूरी देवी,चंद्रा देवी,सावित्री देवी, दर्शनी देवी,धर्मा देवी,हंसूली देवी,बल्पा देवी,सुंदरी देवी,बैसाखी देवी,उमा देवी,विमला देवी सहित झूमाखेत,कुशरानी,देवपुरी, पत्थरकट्टा,लखण,लामबगड, बच्छुवाबाण,नैणी,टैटुडा, कालूखर्क,पंवार बाखली,कोट आदि ग्राम पंचायतों सहित थराली विकासखंड के ग्रामीण भारी संख्या में उपस्थित रहे।